दीपावली बीतते ही सोना-चांदी के दाम घटने लगे थे। घटते दामों की खुशी उन परिवारों में साफ देखी जा रही थी जहां शादियां होना हैं। बाजार भी खुश था कि वैवाहिक सीजन में सोना-चांदी के घटे दाम गहनों की खरीदी को बढ़ावा देंगे।
बाजार की उम्मीद के साथ शादियों की शॉपिंग के लिए निकले लोगों का बजट रूस-अमेरिका के रुख ने बिगाड़ दिया है। यूक्रेन की युद्धभूमि से आ रही खबरों ने कीमती धातुओं को यूटर्न लेने पर मजबूर कर दिया। ऐसे में भारतीय बाजार और वैवाहिक खरीदार दोनों निराश हैं
अमेरिका के चुनाव परिणाम आते ही पलटा बाजार
सोना और चांदी के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार से ही तय होते हैं। दीपावली से पहले सोना (24 कैरेट) इंदौर के बाजार में 81000 रुपये प्रति दस ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के चुनाव परिणाम आते ही बाजार ने पलटी मारी और सोने के साथ चांदी के दाम भी घटने लगे।
बाजार उम्मीद में था कि दिसंबर और उसके बाद भी दाम यूं ही घटते रहेंगे। खरीदार भी खुश होने लगे थे। लेकिन पिछले तीन दिनों से बाजार में अचानक तेजी आने लगी। घटने की राह पर आगे बढ़ते सोने-चांदी के भाव फिर से तेजी की ओर कुलांचे मारते दिख रहे हैं।ऐसे में विवाह के लिए खरीद करने वाले नए सिरे से बजट बनाने लगे हैं। कुछ लोग इंतजार कर रहे हैं कि भाव घटे तो उसके बाद खरीदी के लिए बाजार पहुंचें
20 जनवरी के बाद राहत
बाजार के जानकार कह रहे हैं कि सोने-चांदी के दामों में राहत की उम्मीद नए साल में लगाई जा सकती है। दरअसल 20 जनवरी के बाद बाइडन की जगह ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे। वे युद्ध पर मौजूदा रुख के उलट निर्णय लेकर लड़ाई खत्म करवा सकते हैं।