नए टीचिंग कोर्स के लिए नेक जरूरी, एनटीए लेगा एग्जाम

Parmod Kumar

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राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद ने सत्र 2023-24 के लिए चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की है। इसके तहत बीए-बीएड, बीएससी– बी एड और बीकॉम-बीएड की डिग्री प्रदान की जाएगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नियमों के तहत एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम यानी 4 वर्षीय आईटीईपी के लिए शिक्षण संस्थान 31 मई, 2022 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। एनसीटीई पहले चरण में केंद्रीय, डीम्डि विवि-सरकारी, सरकारी कॉलेज, गवर्नमेंट बीएड कॉलेज और स्किल यूनिवर्सिटी को ही कोर्स संचालन करने देगी। प्राइवेट कॉलेज दूसरे चरण में आवेदन कर सकेंगे। क्वालिटी एजुकेशन काे बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया गया है। यह कोर्स सेशन 2023-24 से 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स बीएड की जगह लेगा। इस कोर्स में उम्मीदवारों को प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा ली जाने वाली राष्ट्रीय साझा प्रवेश परीक्षा के जरिए दाखिला दिया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार कोर्स को इस तरह से डिजाइन किया है कि यह एक छात्र-शिक्षक को शिक्षा के साथ-साथ इतिहास, गणित, विज्ञान, कला, अर्थशास्त्र या कॉमर्स जैसे विशेष विषय में डिग्री प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद ने संस्थानों केि लिए नियम भी जारी किए है। नियमों को पूरा करने के बाद ही संस्थान को इस डिग्री के लिए मान्यता दी जाएगी। एनसीटीई ने चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम के लिए सबसे जरूरी राष्ट्रीय मूल्यांकन और मान्यता परिषद की मान्यता रखी है। पहले फेज में केंद्रीय, डीम्ड विवि-सरकारी, सरकारी कॉलेज, गवर्नमेंट बीएड कॉलेज और स्किल यूनिवर्सिटी को ही कोर्स संचालन की अनुमति दी जाएगी। प्राइवेट कॉलेज सेकेंड फेज में इसके लिए अप्लाई कर पाएंगे, लेकिन आईटीईपी के लिए मान्यता लेना शैक्षणिक संस्थानों के लिए आसान नहीं हाेगा। इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम कोर्स चार साल का होगा। इसमें फील्ड बेस्ट एक्सपीरिएंस, टीचिंग प्रेक्टिस और इंटर्नशिप भी शामिल है। इसमें दाखिला लेने के इच्छुक उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 50 या 50 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने होंगे। इसके बाद एनटीए की ओर से परीक्षा का आयोजन किया जाएगा और इसके बाद ही उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। प्री प्राइमरी से प्राइमरी स्तर तक की कक्षाओं में पढ़ाने के लिए डीएलएड जरूरी था और अपर प्राइमरी से सेकेंडरी स्तर तक के स्कूलों में पढ़ाने के लिए बीएड अनिवार्य था, अब सभी को हटाकर एनसीटीई चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम की शुरुआत की जा रही है।