- आज फिर हुई पेट्रोल की कीमत में हुई भारी बढ़ोतरी
- पेट्रोल की कीमत में हुई प्रति लीटर 35 पैसे की जबरदस्त बढ़ोतरी
- डीजल की कीमत में आज कोई बदलाव नहीं
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में नरमी के संकेत
सरकारी तेल कंपनियों के फैसले कभी-कभी समझ से परे होते हैं। पिछले कुछ दिनों से कुछ ऐसे ही फैसले हो रहे हैं। कच्चे तेल की कीमत बढ़ती है तो पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम बढ़ते हैं। रिफाइनरी में पेट्रोल के मुकाबले डीजल निकालना महंगा पड़ता है। तब भी ये कंपनियां पेट्रोल के दाम में तो खूब इजाफा कर रही हैं लेकिन डीजल पर मेहरबानी दिखा रही हैं। आज घरेलू बाजार में सरकारी तेल कंपनियों ने दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की तेज बढ़ोतरी की। लेकिन, डीजल को छुआ भी नहीं। कल भी पेट्रोल में 35 पैसे की तेज बढ़ोतरी हुई थी जबकि डीजल में महज 18 पैसे की। इससे पहले बीते शुक्रवार को भी सिर्फ पेट्रोल के दाम बढ़े थे। दिल्ली के बाजार में सोमवार को इंडियन ऑयल के पंप पर पेट्रोल जहां छलांग लगा कर 99.86 रुपये प्रति लीटर पर चला गया। वहीं डीजल 89.36 रुपये प्रति लीटर के भाव पर स्थिर है।
36 दिनों में ही 9.54 रुपये महंगा हो चुका है पेट्रोल
ऐसा देखा गया है कि अपने यहां जब कोई महत्वपूर्ण चुनाव होता है तो पेट्रोल और डीजल की कीमतें नहीं बढ़ती। कई राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चलने की वजह से बीते मार्च और अप्रैल में पेट्रोल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। इसलिए, उस दौरान कच्चा तेल महंगा होने के बाद भी पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। लेकिन, बीते चार मई से इसकी कीमतें खूब बढ़ी। कभी लगातार तो कभी ठहर कर, 36 दिनों में ही पेट्रोल 9.54 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है।
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने बीते 26 फरवरी को अधिसूचना जारी की थी। इसके बाद सरकारी तेल कंपनियों ने अंतिम बार 27 फरवरी 2021 को डीजल के दाम में 17 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। इसके बाद दो महीने से भी ज्यादा दिनों तक इसके दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। चुनाव बीतने के बाद बीते 4 मई से इसमें रूक-रूक कर बढ़ोतरी होना शुरू हुआ। आमतौर पर देखा जाता है कि जिस दिन पेट्रोल के दाम बढ़ते हैं, उसी दिन डीजल के भी दाम बढ़ते है। लेकिन बीते शुक्रवार, यानी दो जुलाई 2021 को सिर्फ पेट्रोल के दाम बढ़े थे। डीजल के दाम नहीं बढ़े थे। आज भी इसी तरह सिर्फ पेट्रोल के दाम बढ़े जबकि डीजल के स्थिर रहे। इस तरह डीजल में 34 दिन दाम बढ़े हैं और इतने दिनों में ही यह 8.57 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।आइए जानें आज आपके शहर में क्या है पेट्रोल और डीजल के दाम
| शहर का नाम | पेट्रोल रुपये/लीटर | डीजल रुपये/लीटर |
| दिल्ली | 99.86 | 89.36 |
| मुंबई | 105.92 | 96.91 |
| चेन्नै | 100.75 | 93.91 |
| कोलकाता | 99.84 | 92.27 |
| भोपाल | 108.16 | 98.13 |
| रांची | 95.16 | 94.31 |
| बेंगलुरु | 103.20 | 94.72 |
| पटना | 102.01 | 94.76 |
| चंडीगढ़ | 96.03 | 89.00 |
| लखनऊ | 96.99 | 89.75 |
सप्ताह के शुरूआत में कच्चा तेल मामूली नरम
पिछले सप्ताह ओपेक देशों की वियना में बैठक हुई थी। उसमें आगामी अगस्त से दिसंबर के दौरान कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर फैसला होना था। लेकिन 11 घंटे तक चली बैठक के बाद भी कोई फैसला नहीं हो पाया। इससे कच्चे तेल के बाजार में निराशाजनक स्थिति बनी। हालांकि अमेरिका में क्रूड ऑयल स्टॉक लगातार घटने की वजह से इसके दाम में मामूली तेजी थी। सोमवार को सिंगापुर के बाजार में कारोबार की शुरूआत में कच्चा तेल मामूली नरम हुआ। उस समय ब्रेंट क्रूड 76.00 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड हो रहा था जो कि पिछले सप्ताहांत के मुकाबले 0.17 डॉलर कम है। इसी तरह वहां यूएस वेस्ट टैक्सास इंटरमीडियएट या डब्ल्यूटीआई क्रूड 0.15 डॉलर घट कर 75.01 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड हो रहा था।





































