डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने हाई कोर्ट में एक नई याचिका दाखिल की है. राम रहीम ने इस याचिका में बेअदबी मामलों की जांच एसआईटी की बजाय सीबीआई से करवाने की मांग की है. सरकार द्वारा मामले की सीबीआई जांच के आदेश वापस लिए जाने को भी चुनौती दी गई है. इस मामले में कोर्ट ने सुनवाई 21 दिसंबर तक स्थगित कर दी है.
दायर याचिका में डेरा मुखी ने कहा है कि इस मामले के एक आरोपी के बयानों के बाद उन्हें पिछले साल इस मामले में नामजद कर लिया गया. फिर उनके प्रोडक्शन वारंट जारी कर दिए गए. जिसे हाईकोर्ट ने रद्द करते हुए एसआईटी को सुनारिया जेल में ही जाकर उनसे पूछताछ करने के आदेश दे दिए थे. डेरा मुखी का कहना है उन्हें जानबूझकर इस मामले में फंसाया जा रहा है. ऐसे में इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जरुरी है. इसलिए सीबीआई को जांच दी जाए.
वहीं राम रहीम ने याचिका दाखिल करते हुए बताया कि पूर्व की सरकार ने बेअदबी के सभी मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी थी. सरकार बदलने के बाद इस मामले का राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए वर्तमान सरकार ने सीबीआई को सौंपे बेअदबी से जुड़े सभी मामलों की जांच वापस लेकर इन्हें एसआईटी को सौंप दिया था.
राम रहीम ने याचिका में कहा कि इस मामले में अब चुनाव नजदीक होने के कारण राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए मेरा नाम घसीटा जा रहा है. ऐसे में निष्पक्ष जांच सीबीआई ही कर सकती है. राम रहीम ने हाईकोर्ट से अपील की है कि इन सभी मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी जाए.