अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए सभी राजनीतिक दल जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं. हालांकि चुनावी मैदानी में उतरे इन राजनीतिक दलों में अब एक और पार्टी शामिल होने वाली है. ये पार्टी होगी किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी की जिन्हें किसान आंदोलन के समय कई बार मंच से गरजते हुए देखा गया है. किसान आंदोलन के बाद घर वापसी कर गुरनाम सिंह चढूनी अब अपनी सियासी पारी का आगाज करने वाले हैं. इसके लिए वह शनिवार को अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे.
जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ प्रेस क्लब में शनिवार सुबह 11 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है जिसमें गुरनाम सिंह चढूनी अपने नए राजनीतिक दल का ऐलान करेंगे. किसान आंदोलन के समय गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों की मांगों को उठाते हुए आंदोलन को और मजबूत किया था. पिछले साल पंजाब से आ रही किसानों की ट्रॉलियों को रोके जाने पर भी चढूनी ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर किसानों को दिल्ली नहीं आने दिया गया और उनकी मांगे नहीं मानी गई तो प्रदर्शन और तेज होगा.
117 सीटों पर अगले साल होंगे चुनाव
वहीं बात करें पंजाब विधानसभा चुनाव की तो राज्य में सभी 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं. प्रदेश में होने वाले चुनाव को देखते हुए सभी दलों ने कमर कस ली है. सभी दलों की ओर से मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए अभी से ही तरह-तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं और ताबड़तोड़ रैलियां की जा रही है.
इससे पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का ऐलान किया था. पंजाब विधानसभा चुनावों में वह बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकते हैं. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने नवंबर में अपनी अलग पार्टी का ऐलान किया था. 12 दिसंबर को अमरिंदर सिंह ने कहा था कि बीजेपी और सुखदेव सिंह ढींडसा की पार्टी से गठबंधन के लिए बातचीत चल रही है और जल्द ही सीट एडजस्ट करने का ऐलान किया जाएगा.
वहीं बात करें पिछले चुनावों के नतीजों की तो 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था और एक दशक के बाद शिरोमणि अकाली दल -बीजेपी सरकार को बाहर का रास्ता दिखाया था. दूसरी ओर आम आदमी पार्टी पंजाब में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी क्योंकि उसने कुल सीटों में से 20 पर जीत हासिल की थी.