केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि सुधार बिलों के विरोध में शुक्रवार को किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। इस बंद का असर गुरुग्राम के बाजारों में भी देखने को मिल रहा है। स्थिति को काबू करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलेभर में मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं। वहीं, इस बंद को मजदूर यूनियनों ने भी अपना समर्थन दिया है। इससे पहले गुरुवार को यूनियनों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन भी किया। जिले में करीब आधा दर्जन से अधिक यूनियनों ने किसानों के आंदोलन को समर्थन देने का दावा किया है। गुरुवार को टीयूसी के द्वारा केंद्रीय ट्रेंड यूनिटनों के आह्वान पर बेरी वाले बाग से शुरू कर राजीव चौक होते हुए अग्रवाल धर्मशाला तक जोरदार जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में एआईटीयूसी, सीआईटीयू, एचएमएस, इंटक, एआईयूटीयूसी ने भाग लिया।
जनवादी महिला समिति का भी समर्थन
जनवादी महिला समिति ने भी केंद्र सरकार के द्वारा पारित कराए गए कृषि बिलों का विरोध किया है। समिति की राज्य अध्यक्ष उषा सरोहा ने कहा कि 25 सितंबर को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर हरियाणा बंद का पूरी तरह से समर्थन करती है।
जिले में मजिस्ट्रेट नियुक्त
गुरुग्राम के जिला उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि शुक्रवार को भारत बंद के चलते जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां की गई हैं। जिले में हर तहसील स्तर पर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है, जो भारत बंद का समर्थन करने वाले संगठनों पर नजर रखकर कानून-व्यवस्था बनाने का काम करेंगे।















































