गुरुग्राम: ऑनलाइन दोस्ती बनी ब्लैकमेलिंग का कारण, 10वीं की छात्रा से ठगे 80 लाख रुपये
गुरुग्राम में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां ऑनलाइन दोस्ती के चलते एक दसवीं कक्षा की छात्रा ब्लैकमेलिंग का शिकार हो गई। ब्लैकमेलर्स ने उसे डराकर 80 लाख रुपये ठग लिए, जो उसने अपनी दादी के बैंक अकाउंट से ट्रांसफर किए थे।
कैसे हुआ मामला उजागर?
छात्रा की दादी के खाते में काफी बड़ी रकम थी, और छात्रा नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करती थी। कुछ युवकों को इस बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने छात्रा को जाल में फंसाने की साजिश रची। आरोपियों ने छात्रा की कुछ तस्वीरों को एडिट कर अश्लील बना दिया और उसे वायरल करने की धमकी देने लगे। डर के मारे छात्रा बार-बार पैसे ट्रांसफर करती रही।
ब्लैकमेलिंग का खुलासा कैसे हुआ?
छात्रा ने दादी के अकाउंट से कई बार ट्रांजेक्शन किए, जिसमें पांच हजार से लेकर एक लाख रुपये तक की रकम शामिल थी। धीरे-धीरे करके कुल 80 लाख रुपये निकल गए। बार-बार पैसे मांगे जाने से छात्रा मानसिक रूप से परेशान हो गई। इसी बीच जब उसके दोस्त को इस बारे में पता चला, तो उसने परिजनों को जानकारी दी, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया।
पुलिस ने की कार्रवाई, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
मामले की सूचना मिलते ही सेक्टर-10 पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। इंस्पेक्टर रामबीर की अगुवाई में पुलिस टीम ने जांच करते हुए मुख्य आरोपी नवीन कुमार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से पीड़िता का डेबिट कार्ड और पांच लाख 13 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।
कैसे रची गई ब्लैकमेलिंग की साजिश?
- आरोपी ने छात्रा से ऑनलाइन दोस्ती की और चैटिंग शुरू की।
- धीरे-धीरे उसने छात्रा का फोन नंबर लिया और दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत होने लगी।
- कुछ दिनों बाद आरोपी ने छात्रा से वीडियो कॉल पर बात करनी शुरू कर दी।
- इसी दौरान उसने छात्रा की तस्वीरें लीं और उन्हें एडिट कर अश्लील बना दिया।
- बाद में इन तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देकर छात्रा से लाखों रुपये वसूले।
अब तक 6 आरोपी गिरफ्तार
यह मामला 21 दिसंबर 2024 को दर्ज किया गया था, जिसके बाद अब तक कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का कहना है कि आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
यह घटना ऑनलाइन दोस्ती और डिजिटल फ्रॉड से जुड़ी गंभीर चेतावनी है। अभिभावकों को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है ताकि वे साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बच सकें।