संसद में प्रस्तावित कृषि विधेयक को किसान विरोधी बताकर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने इस्तीफा दे दिया था। हरसिमरत कौर ने इस्तीफे की जानकारी ट्वीट के जरिए दी थी। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और कानून के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। किसानों के साथ उनकी बेटी और बहन के रूप में खड़े होने का गर्व।’ शुक्रवार को हरसिमरत कौर ने बताया कि आखिर उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया। उन्होंने कहा कि जो किसान कई दिनों से सड़कों, रेल की पटरियों पर बैठे हुए हैं कि हमारा भविष्य खत्म हो रहा है। कहीं ने कहीं उन पर बिल थोपकर बोला जाए कि ये आपके भले में है और उनकी सुनवाई तक न की जाए। यह मेरे जमीर को मंजूर नहीं था।
‘सिर्फ पंजाब ही नहीं हर जगह हो रहा इस बिल का विरोध’
हरसिमरत पर राजनीति करने के आरोप लग रहे हैं। ऐसे में उन्होंने कहा कि इसमें राजनीति क्या है? ‘मैंने कहा कि सरकार को किसानों के हितधारकों के साथ परामर्श के बाद बिल लाना चाहिए, इसमें राजनीति क्या है? किसान न केवल पंजाब में बल्कि हरियाणा, राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र में भी आंदोलन कर रहे हैं। दक्षिण भारत में भी इस बिल का विरोध हो रहा है।’
‘क्या जरूरत थी ऐसे बिल की?’
शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि ऐसा बिल लाने की क्या जरूरत थी जिसे किसान अपना विरोधी बता रहे हैं। उन्होंने, ‘मेरा यह कहना था कि जिसके भले के लिए आप बिल लेकर आ रहे हैं जब उसको किसान विरोधी समझ रहा है।
‘कहने के बाद भी बिल में नहीं किया संशोधन’
हरसिमरत ने कहा कि उन्होंने इस बिल का विरोध किया सरकार को कहा कि ऐसा बिल लेकर न आएं। किसानों के विरोध के बाद भी संसद में बिल उसी अध्यादेश के तरीके में लाया गया। इस बिल में कोई संशोधन भी नहीं किया गया। किसानों से बातचीत भी नहीं की गई। वह सरकार की इसी मनमानी को लेकर नाराज हैं।
किसान नेता बोले, इस्तीफा देने में की देर
इधर किसान मज़दूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सिमरत कौर बादल का इस्तीफा बहुत देर से आया है। उन्होंने लोगों का गुस्सा शांत करने के लिए इस्तीफा दिया। आज भी अगर सुखबीर बादल जी समझते हैं, तो उन्हें अपने लाखों कार्यकर्ताओं के साथ संसद का घेराव करना चाहिए।
मोदी सरकार में अकाली दल की थीं एकमात्र प्रतिनिधि
लोकसभा में अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ने बिल के विरोध में चेतावनी देते हुए ऐलान किया था कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल कृषि संबंधी विधेयकों के विरोध में सरकार से इस्तीफा देंगी। बता दें कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल मोदी सरकार में अकाली दल की एकमात्र प्रतिनिधि थीं।