हरियाणा सरकार ने अगले एक-दो दिनों के भीतर मंडियों में धान की खरीद प्रक्रिया सुचारू हो जाने का दावा किया है। मंगलवार को राज्य की मंडियों में धान की सही ढंग से खरीद नहीं हो पाने की रिपोर्ट आई तो खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने कहा कि हर किसान का एक-एक दाना खरीदा जाएगा तथा अगले दो दिनों के भीतर समस्त व्यवस्थाएं सुचारू कर ली जाएंगी।
प्रदेश में पहले एक अक्टूबर से धान की सरकारी खरीद आरंभ होनी थी, लेकिन भारतीय खाद्य निगम ने इसमें अडंगा डालते हुए 11 अक्टूबर से धान की खरीद करने को कहा, जिस कारण केंद्र सरकार को यह आदेश जारी करने पड़े। प्रदेश में किसानों व विपक्ष के विरोध के चलते मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला तुरंत दिल्ली पहुंचे तथा धान की सरकारी खरीद रविवार से ही आरंभ करा दी। इसके बाद कुछ जिलों में बरसात हो गई, जिस कारण धान की सरकारी खरीद प्रक्रिया बाधित हो गई।
किसानों के गुस्से को देखते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने मंगलवार को बताया कि अब तक तीन लाख 60 हजार टन धान खरीद के लिए ई-खरीद पोर्टल द्वारा गेट पास काटे जा चुके हैं। चूंकि रविवार से धान की खरीद शुरू हुई है और इस बार किसानों को खुद ही अपनी फसल लाने के लिए शेड्यूलिंग की सुविधा प्रदान की गई थी, इसलिए व्यवस्थाएं बनाने में थोड़ी समस्या आ गई है, लेकिन उम्मीद है कि अगले दो दिनों के भीतर खरीद व्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर आ जाएगी। अनुराग रस्तोगी ने बताया कि किसी भी किसान को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी तथा किसानों की पूरी फसल खरीदी जाएगी।
किसान नेता ने दी नेताओं के घेराव की चेतावनी
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी का कहना है कि मंडियों ने अभी तक धान खरीद शुरू नहीं हुई है। कहा कि सरकार को 25 क्विंटल की सीमा सहित सभी नियम और शर्तें हटा दी जानी चाहिए। सरकार आज से खरीद शुरू करे वरना कल से हम किसानों से अनुरोध करते हैं कि राजनीतिक नेताओं का घेराव करें।