सिरसा (2024): हरियाणा के ग्राम्य विकास मंत्री नायब सिंह सैनी ने सिरसा जिले के गांव फुल्का में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लिया, जहां उन्होंने महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर कई स्थानीय नेताओं और ग्रामीणों की उपस्थिति रही, जिन्होंने कार्यक्रम को ऐतिहासिक और ऐतिहासिक व्यक्ति की सम्मान में एक मील का पत्थर माना।
मुख्य बिंदु:
- महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का अनावरण:
- नायब सिंह सैनी ने गांव फुल्का में महाराजा सूरजमल की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। महाराजा सूरजमल को भारत के महान योद्धाओं और राजनीतिज्ञों में से एक माना जाता है, जिन्होंने अपनी कुशल राजनीति और समाज सेवा के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की।
- उनकी प्रतिमा का अनावरण इस बात का प्रतीक है कि हरियाणा सरकार ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों का सम्मान करती है और उन्हें जनमानस में स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है।
- महाराजा सूरजमल की ऐतिहासिक भूमिका:
- महाराजा सूरजमल को जाटों के महान नेता और भरतपुर के शासक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अपने समय में किसान और आम जनता के अधिकारों की रक्षा की और बहुत से युद्धों में विजय प्राप्त की। उनका योगदान भारतीय इतिहास में अमूल्य है और उनकी नीतियों ने उनकी प्रजा को बेहतर जीवन देने में अहम भूमिका निभाई।
- सीएम नायब सिंह सैनी का भाषण:
- नायब सिंह सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि महाराजा सूरजमल ने अपने समृद्ध शासन और नीतियों से समाज के कमजोर वर्गों के लिए कई कार्य किए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ऐसे महान व्यक्तित्वों को सम्मानित करने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता और प्रगति में अहम योगदान दिया।
- मंत्री ने यह भी कहा कि इस प्रतिमा के स्थापना से नई पीढ़ी को महाराजा सूरजमल के योगदान के बारे में जानने और उनके सिद्धांतों का अनुसरण करने का मौका मिलेगा।
- ग्रामीणों और नेताओं की प्रतिक्रिया:
- इस कार्यक्रम में गांव फुल्का के स्थानीय लोग और आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। ग्रामीणों ने इस सम्मानित कदम का स्वागत करते हुए इसे अपनी संस्कृति और इतिहास को संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना।
- स्थानीय नेताओं ने भी इस कदम को ऐतिहासिक बताया और कहा कि इससे जाट समुदाय को विशेष रूप से गौरव महसूस होगा।
- कला और संस्कृति का संरक्षण:
- नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार भविष्य में ऐसी और भी पहल करेगी ताकि इतिहास और संस्कृति को जीवित रखा जा सके और युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का अवसर मिले। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में ऐसे कार्यक्रमों के जरिए समाज में जागरूकता पैदा की जाएगी।
निष्कर्ष:
हरियाणा सरकार का यह कदम महाराजा सूरजमल के योगदान को सम्मानित करने और उनकी धरोहर को आगामी पीढ़ी के लिए संरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। गांव फुल्का में महाराजा की प्रतिमा का अनावरण सिरसा जिले के लोगों के लिए गर्व का क्षण था, और यह पूरे राज्य में एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
इस आयोजन के जरिए न केवल लोक संस्कृति और इतिहास का सम्मान बढ़ा है, बल्कि यह हरियाणा सरकार के सांस्कृतिक धरोहरों के प्रति प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करता है।