Haryana: सीएम सैनी पहुंचे ज्योतिसर, पूजन कर किया हवन, 21 हजार बच्चों ने किया वैश्विक गीता का पाठ

parmodkumar

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मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सोमवार को गीता स्थली ज्योतिसर पहुंचे। यहां पहुंच कर मुख्यमंत्री ने पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन किया और हवन यज्ञ में आहुति डाली।  इस मौके पर उनके साथ पूर्व राज्य मंत्री सुभाष सुधा, भाजपा के जिला अध्यक्ष तिजेंद्र सिंह उपस्थित रहे।

आज गीता जयंती के उपलक्ष्य में धर्मनगरी के केशव पार्क में वैश्विक गीता पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें जिला के 21 हजार स्कूली बच्चे शामिल हुए। एक साथ गीता पाठ से पूरी धर्मनगरी गीतामयी हो उठी। सुबह से ही गीता के श्लोक गूंजने लगे थे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी मुख्यातिथि रहे, जिन्होंने आह्वान किया कि हमें गीता को अपने जीवन में धारण करना होगा। गीता ही जीवन है और इसी में हमारे सरल जीवन की राह है। गीता में हर समस्या का समाधान है। वर्तमान हालात में गीता की प्रासंगिता और भी बढ़ जाती है। सीएम ने कहा गीता वेदों और उपनिषदों के मंत्रों व श्लोकों के उच्चारण से जो तरंगें पैदा होती हैं उनसे प्राणियों को  एक नई ऊर्जा मिलती है। गीता का हर श्लोक हमें जीवन जीने की नई प्रेरणा देता है। गीता का संदेश न केवल भारत बल्कि पूरी मानवता के लिए  प्रेरणा स्रोत है। इसमें हर समस्या का समाधान है। इसे धारण कर हम अपने जीवन को सरल बना सकते हैं। जो लोग गीता का पाठ करते हैं वो काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार से ऊपर उठ जाते हैं ये विचार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने व्यक्त किए।

इस दौरान जिला के स्कूलों के 21 हजार बच्चों ने गीता पाठ किया, जिस दौरान पूरा वातावरण गूंज उठा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही गीता का उपदेश वैश्विक स्तर तक ले जाना संभव हुआ है। आज भी दुनियां के 58 देश इस कार्यक्रम से जुड़ते हुए गीता पाठ करने में मशगूल रहे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से प्रधानमंत्री की प्रेरणा से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गीता महोत्सव मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम से प्रदेश के हर जिले के साथ दुनिया भर के भी लाखों लोग जुड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्योतिसर में महाभारत अनुभव केंद्र बनाया गया है, जो बेहद अनूठा केंद्र हैं। इसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहले लोकापर्ण और फिर अवलोकन भी किया। प्रधानमंत्री ने गत दिवस मन की बात कार्यक्रम में भी इस केंद्र का विस्तार से जिक्र किया और देश की जनता से इसे देखने का आह्वान भी किया।

वैश्विक गीता पाठ के दौरान स्कूली बच्चों में खास उत्साह बना रहा। विशेष वर्दी में पहुंचे बच्चे गीता पाठ में भागीदारी कर गदगद दिखाई दिए। वहीं गीता मनीषी स्वामी ज्ञानांदन ने गीता की महत्ता पर प्रकाश डाला और कहा कि हमारा जीवन गीता के बिना बेकार है। गीता को धारण कर हम बड़ी से बड़ी मुश्किल भी पार कर सकते हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुरुक्षेत्र के स्कूलों में मंगलवार  2 दिसंबर को छुट्टी करने की घोषणा की है।

योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि कुरुक्षेत्र की धरा पर केवल 21 हजार बच्चों द्वारा गीता पाठ करने का कार्यक्रम नहीं बल्कि यहां से गीता के साथ राष्ट्र धर्म और युग धर्म का शंखनाद हुआ है। वैश्विक गीता पाठ के दौरान उन्होंने जहां अपने संबोधन में गीता को ही जीवन बनाने का आह्वान किया वहीं कहा कि आज के बच्चे ही विकसित भारत का आधार बनने हैं। ऐसे में हर बच्चे को गीता व योग से जुड़कर मन व तन को स्वस्थ करना चाहिए। हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, चरित्र, ज्ञान, विज्ञान में अनूठा उदाहरण बनना चाहिए। योग गुरु ने बाद में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद गीता को जीते हैं। गीता के ज्ञान योग, भक्ति योग, कर्म येाग की त्रिवेणी को जीते हुए विकसित भारत का सपना पूरा करना होगा। गीता हमें निडर बनाती है तो मानसिक, शारीरिक व हर प्रकार से स्वस्थ भी बनाती है। गीता हमें लक्ष्य पूरा करने का साहस देती है।