हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को हरियाणा निवास में विकास एवं पंचायत विभाग तथा खेल एवं युवा मामले विभाग की बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान विभाग से जुड़े अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्टेडियम का रख-रखाव व वहां मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के विकास एवं पंचायत विभाग और खेल विभाग के साझेदारी कर तैयारी शुरू कर दी है. हर जिले के एक-2 ग्रामीण खेल स्टेडियम पर मनरेगा के तहत कार्य शुरू किया जाएगा और एक मॉडल के तौर पर सुंदर एवं सुदृढ़ बनाने की दिशा में काम होगा. जिस भी खेल स्टेडियम का मॉडल सर्वश्रेष्ठ होगा, उसके हिसाब से ही पूरे प्रदेश के ग्रामीण स्टेडियमों को तैयार किया जाएगा.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में खिलाड़ियों के लिए संसाधन उपलब्ध करवाने और सरकार द्वारा पहले से निर्मित राजीव गांधी खेल परिसरों को मैंटेन कर वहां सकारात्मक माहौल तैयार किया जाएगा और इसी संबंध में आज दोनों विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ओलम्पिक से लेकर पैरालंपिक खेलों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है और देश व प्रदेश को गौरवान्वित करने का काम किया है. इनमें ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा है.
ऐसे में गांव में बुनियादी सुविधाओं के अभाव में उन्हें शहरों के खेल स्टेडियमों का रुख करना पड़ता है.
डिप्टी सीएम ने बैठक में उपस्थित सभी जिला परिषदों के सीईओ को निर्देश दिए कि वे आगामी एक महीने में अपने-2 जिला के एक-2 गांव में स्टेडियम की सुंदरता व सुढृढता के उपर काम करें. जिस गांव के स्टेडियम का मॉडल सबसे अच्छा होगा , उसके मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा. इस मॉडल के तहत ही ग्रामीण क्षेत्र के सभी स्टेडियमों का सौंदर्यीकरण और रखरखाव करने को तवज्जो दी जाएगी.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि केन्द्र सरकार की मनरेगा योजना के तहत 282 कार्य हो रहे हैं जिनमें खेल के मैदान की सफाई,घास लगाना व मैदान समतल करना इत्यादि है. उन्होंने दोनों विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ऐसी योजना बनाएं जिससे मनरेगा के तहत स्टेडियमों में अधिक से अधिक कार्य करवाए जा सकें. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी और खिलाड़ियों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेगी. बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता होने से खिलाड़ियों का खेल के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनेगा और वे अपने अभ्यास पर फोकस कर सकेंगे.