हरियाणा विधानसभा चुनाव में तोशाम सीट सबसे हॉट है। यहां भाई बहन के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है। अब इस फैमिली फाइट में विरेंद्र सहवाग की भी एंट्री हो गई है। सहवाग चुनाव तो नहीं लड़ रहे, लेकिन वो इन दो प्रत्याशियों में से एक के समर्थन में आ गए हैं।
चंडीगढ़: भारतीय क्रिकेट टीम के धाकड़ बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग की हरियाणा की राजनीति में एंट्री हो गई है। सहगाव ने अपने इंस्टा पेज पर हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़े रहे प्रत्याशी के समर्थन में स्टेटस डाला है। हालांकि उन्होंने इस स्टेटस पर कुछ लिखा नहीं है, लेकिन इस वीडियो में चुनाव लड़ रहा प्रत्याशी जनता से वोट की अपील कर रहा है। जिससे साफ है की वीरेंद्र सहवाग इस प्रत्याशी का समर्थन कर रहे हैं। ये प्रत्याशी हरियाणा की तोशाम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहा है। आइए जानते हैं उनके बारे में…
दरअसल वीरेंद्र सहवाग ने तोशाम विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अनिरुद्ध चौधरी का एक वीडियो अपने इंस्टा स्टेटस में डाला। इस वीडियो में अनिरुद्ध चौधरी ये कहते हुए दिख रहे है कि मैं कोई काम करूंगा तो आपके प्यार के कारण करूंगा, आपके समर्थन ने कारण करूंगा, आपके सहयोग के कारण करूंगा और आपके द्वारा दी गई ताकत के कारण करूंगा। आपके और मेरे बीच कोई तीसरा आदमी नहीं होगा। मुझे भाई चाहिए, साथी चाहिए, मगर मुझे कोई बिचौलिया नहीं चाहिए।
कौन हैं अनिरुद्ध चौधरी
अनिरुद्ध बीसीसीआई के पूर्व ट्रेजरर और हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव रह चुके हैं। उनके पिता रणबीर महिंद्रा बीसीसीआई के प्रेसिडेंट थे। महेंद्रा हरियाणा से एमएलए भी रह चुके हैं। अनिरुद्ध का क्रिकेट से काफ़ी पुराना नाता है। वो अंडर-19 इंडिया क्रिकेट टीम के मैनेजर के अलावा 2007 टी 20 वर्ल्ड कप क्रिकेट टीम के मैनेजर भी रहे। बीसीसीआई में भी उनका लंबा अनुभव रहा है। शायद यही वजह है कि सहवाग ने उनके समर्थक में स्टेटस डाला है।
तोशाम में भाई बहन के बीच टक्कर
बता दें कि तोशाम सीट हरियाणा के भिवानी जिले में आती है। यहां इस बार भाई-बहन के बीच मुकाबला है। कांग्रेस के अनिरुद्ध चौधरी का मुकाबल किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी से है। अनिरुद्ध, बंसीलाल के पोते हैं तो श्रुति पोती। इस बार यहां भाई-बहन के बीच जंग देखने को मिल रही है। अनिरुद्ध चौधरी अपने दादा के नाम और उनके जैसा काम करने के वादे पर वोट मांग रहे हैं। हालांकि वह अपनी बहन बीजेपी उम्मीदवार श्रुति चौधरी और चाची किरण के खिलाफ कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।