Haryana Flood सिरसा और फतेहाबाद शहर को बचाने की जद्दोजहद, बनाया दो किलोमीटर का खाला

lalita soni

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फतेहाबाद में बाढ़ से बचाने के लिए दो किलोमीटर का खाला बनाया गया। मुंशीवाली माइनर पर दो जगह कट लगाए गए। वहीं पानी का बहाव सिरसा की ओर हो गया। जिले में अब तक 121 गांव बाढ़ व बारिश के पानी से प्रभावित हैं।

Efforts are being made to save the city Sirsa and Fatehabad from floods

प्रशासन की ओर से सिरसा और फतेहाबाद शहर को बचाने की जद्दोजहद युद्धस्तर पर जारी है। सिरसा में बाजेका रोड और फुलकां गांव के पास रंगोई नाला का पानी जमा हो गया है। सिरसा में अब घग्गर नदी का जलस्तर 58 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है। वहीं, फतेहाबाद में प्रशासनिक अमले ने शुक्रवार को भी मुंशीवाली माइनर को तोड़ दिया है।

सिरसा जिले में शुक्रवार सुबह गांव बाजेकां के पास से रंगोई नाला ओवरफ्लो होने के बाद इसका पानी नेशनल हाईवे के सर्विस रोड पर भी जमा हो गया है। वहीं, रंगोई नाला पर बने नेशनल हाईवे के पुल से पानी का रिसाव होने पर आवाजाही बंद कर दी और रूट डायवर्ट कर वन वे किया गया है। शहर को बचाने के लिए अब प्रशासन की ओर से गांव बाजेकां और फूलकां रोड पर आठ से 10 फुट तक ऊंचा तटबंध बनाया गया है।

सिरसा जिले में अब घग्गर नदी का जलस्तर 58 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है। जिले के अब 49 गांवों के साथ घग्गर का पानी लग चुका है और 28 गांवों में स्थिति काफी खराब है। इन गांवों में कभी भी तटबंध टूटने के बाद गांव में पानी पहुंचने का खतरा बना हुआ है।

हालांकि जिले के अभी एक गांव बुर्जकर्मगढ़ का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा हुआ है, जबकि इस गांव के बाहर बने करीब 30 मकानों में दरारें आ चुकी है। प्रशासन की ओर से शहर को बचाने के लिए बाजेका रोड और फुलकां गांव के खतरे वाले क्षेत्रों के रोड को ऊंचा उठा दिया है और यहां पर तटबंध बना दिया है।

फतेहाबाद जिले में बाढ़ का पानी शहर में न पहुंचे इसके चलते प्रशासन ने शुक्रवार को खान मोहम्मद के पास गांव में दो किलोमीटर लंबा खाला बना दिया, है, जिससे पानी निकल रहा है। इसके आगे मुंशीवाली माइनर के भी एक और छोर को तोड़ दिया गया है। फतेहाबाद से निकल रहे फोरलेन के एक ओर अभी भी पानी भरा हुआ है और हाईवे को वन-वे कर दिया गया है।

जिले में घग्गर नदी और रंगोई नाले के ओवरफ्लो होने के कारण पानी लगातार फतेहाबाद की ओर बढ़ रहा है। पानी को निकालने के लिए शुक्रवार को प्रशासन ने खान मोहम्मद के पास पोपलेन मशीन व 15 जेसीबी के माध्यम से दो किलोमीटर तक खाला खोद दिया है और पानी उसमें आने लगा है।

इस खाले के आगे मुंशीवाली माइनर को भी तोड़ दिया गया। यहां से पानी हिजरावां, हरिपुरा, दरियापुरा, डिंग, भावदीन व चौपटा से होते हुए फिर घग्गर में मिल जाएगा। वहीं, मुंशीवाली माइनर में वीरवार को लगाए गए कट से पानी तेजी से करनौली की ओर बढ़ने लगा है।

वहीं, प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयासों से वीरवार को मुंशीवाली माइनर में किए गए कट और खोदे गए खाल के कारण पानी शहर की सीमाओं व गांवों से आगे निकलने लगा है। हिसार-सिरसा बाईपास पर सड़क का एक छोर पूरी तरह से पानी से डूबा हुआ है और यहां पर मिट्टी से बड़े-बड़े तटबंध बना दिए हैं।

हिसार मेजर टूटी , 200 एकड़ खेतों में जलभराव
शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे हिसार मेजर नहर 55000 आरडी पर गांव पाली के पास टूट गई, जिससे करीब 200 से 250 एकड़ खेतों में पानी भर गया है। नहर को राजथल हेड से बंद करवाकर 5 घंटे की मशक्कत के बाद दुरुस्त कर दिया गया है। फिलहाल नहर टूटने का स्पष्ट कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

रतिया में डूबा युवक, सिरसा में ट्रैक्टर से गिरकर युवक की मौत
रतिया बुढलाडा मार्ग पर घग्गर नदी के पुल पर शुक्रवार दोपहर को कंवलगढ़ निवासी 22 वर्षीय युवक प्रदीप ने छलांग लगा दी। एनडीआरफ की टीमों को नदी में युवक की तलाश के लिए लगाया गया है। हालांकि, पानी का बहाव तेज होने के चलते आशंका जताई जा रही है कि छलांग लगाने वाला युवक पानी के बहाव से काफी दूर तक निकल गया है।

वहीं, सिरसा में घग्गर नदी से प्रभावित गांवों में सेवा करते समय ट्राॅली से गिरने से बूटा सिंह पुत्र हरजेंद्र सिंह, निवासी जिला फाजिल्का गांव बकरैण नीचे गिर गया, जिससे वह घायल हो गया। घायल को जिला नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।