करोल बाग में एक मैकेनिक को अगवा कर हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है जिन्होंने दावा किया है कि मर्डर के बाद बॉडी ग्रेटर नोएडा स्थित नहर में फेंक दी थी। डीसीपी हर्षवर्धन ने बताया कि बॉडी खोजने का अभियान चल रहा है। पुलिस ने आरोपी उत्तम नगर निवासी वीरेंद्र सिंह (43) शादीपुर निवासी सोनू सैनी (28) और नांगलोई निवासी विनोद कुमार उर्फ शेरू (26) को रिमांड पर लिया हुआ है।
पुलिस अफसरों ने बताया कि अब्दुल मलिक (23) परिवार समेत नांगलोई में रहते थे नाला रोड महाराणा प्रताप मार्केट स्थित गैराज पर मैकेनिक का काम करते थे। 28 जनवरी की रात करीब 11ः30 बजे के बाद से लापता थे। परिजनों ने 30 जनवरी को पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी। दावा किया कि अब्दुल ने 28 जनवरी की रात करीब 11 बजे पत्नी को काम खत्म कर घर आने की बात कही थी। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जिसके बाद 2 फरवरी अगवा करने का केस दर्ज किया।
आखिरी बार अब्दुल को आरोपियों के साथ देखा गया था। इनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि अब्दुल 12 साल तक आरोपी वीरेंद्र सिंह की गैराज में काम करता था। वो मैकेनिक पेंटिंग और इलेक्ट्रिशन सभी काम में माहिर था। नवंबर 2023 में वीरेंद्र ने उसे काम से निकाल दिया तो वो दूसरे गैराज में काम करने लगा। इससे वीरेंद्र का काम मंदा हो गया, जिसके कस्टमर अब अब्दुल के पास जाने लगे। इसका असर पेंटर मोदी इलेक्ट्रिशन विनोद कुमार उर्फ शेरू और दूसरे गैराज में पहले से मैकेनिक का काम कर रहे सोनू सैनी पर भी पड़ा।
इससे परेशान होकर वीरेंद्र ने अब्दुल को कहीं दूर जाकर काम करने की हिदायत दी लेकिन वो नहीं माना। लिहाजा उसने मर्डर की साजिश रची। वीरेंद्र ने बाकी तीनों आरोपियों को भी साजिश में मिलाया। चारों ने 28 जनवरी रात 11ः30 बजे अब्दुल के साथ शराब पी जिसके बाद उसे ग्रेटर नोएडा ले गए जहां उसकी हत्या कर दी बॉडी को नहर में फेंक दिया गोताखोरों की मदद से सोमवार शाम तक पुलिस बॉडी को नहर में ढूंढवा रही थी। पुलिस चौथे आरोपी मोदी की भी तलाश कर रही है जिसे बिहार भाग जाने के इनपुट है।