फतेहाबाद। सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर को जांचने के लिए बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से कक्षा तीसरी, छठी और आठवीं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का सर्वे किया जाएगा। इसके लिए डाइट मताना की तरफ से 91 एफआई यानि फील्ड इन्वेस्टिगेटर नियुक्त किए हैं।
यह सर्वे तीन साल बाद होने जा रहा है। इस सर्वे को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 नाम दिया गया है। इस सर्वे को समय के साथ भारत की स्कूली शिक्षा प्रणाली की प्रगति का मूल्यांकन और निगरानी करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें तीसरी, छठी और नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों की एक परीक्षा ली जाएगी। इससे उनके शैक्षणिक स्तर की जांच होगी। परीक्षा के लिए विद्यार्थियों का रेंडम चयन किया जाएगा।
तीन-तीन विषयों की ली जाएगी परीक्षा : सर्वे में जिले के 91 स्कूलों को लिया गया है। कक्षा तीसरी के लिए 13 निजी और 16 सरकारी, कक्षा छठी के लिए 14 निजी और 15 सरकारी व कक्षा नौंवी के लिए 15 निजी और 15 सरकारी स्कूलों को शामिल किया है। सर्वे के तहत परीक्षा के दौरान तीसरी, छठी और नौवीं कक्षा के छात्रों की तीन-तीन विषयों की परीक्षा ली जाएगी। कक्षा तीसरी और छठी के विद्यार्थियों की भाषा, गणित और पर्यावरण विषय की डेढ़ घंटे की परीक्षा होगी।
वहीं नौंवी कक्षा के विद्यार्थियों की भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में से किसी तीन विषयों की दो घंटे की परीक्षा होगी। कक्षा तीन और छह में कुल 45 अंक और कक्षा नौ में कुल 60 अंकों की ये परीक्षा होगी। अधिकारियों की मानें तो विद्यार्थियों से पिछली कक्षा के विषयों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे।
सर्वे का मुख्य उद्देश्य प्रमुख विषयों में विद्यार्थियों के ज्ञान का आंकलन करना, जेंडर, जगह और सामाजिक-आर्थिक समूह के आधार पर उनके प्रदर्शन की तुलना करने, सीखने की क्षमता को प्रभावित करने वाले कारकों की पहचान करना, साथ ही रिसोर्स का अलॉटमेंट करना और भविष्य के लिए नीतियों को आकार देना है।
सुनीता मदान, जिला समन्वयक
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 का आयोजन किया जा रहा है। इसमें जिले के 91 स्कूलों को शामिल किया गया है। एफआई को सर्वे के लिए प्रशिक्षण डाइट की ओर से दिया जा चुका है।
– वेद सिंह दहिया, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी