सर्दी बढ़ रही है इसके बावजूद डेंगू का डंक कमजोर होने की बजाए तेज होने लगा है। यमुनानगर में अभी तक सरकारी आंकड़ों के अनुसार 172 कैस पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। वहीं सरकारी व निजी भवनो में लारवा मिलने पर 8000 से अधिक लोगों को नोटिस दिए जा चुके हैं। इसमें कुछ सरकारी भवन भी शामिल है। डिप्टी सीएमओ डॉक्टर सुशीला सैनी ने बताया कि जहां-जहां डेंगू के लारवा मिलते हैं वहां-वहां लोगों को नोटिस दिए जाते हैं। जागरूक किया जाता है और वहां फॉगिंग करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि दो प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू के लारवा मिले थे, उन्हें भी नोटिस दिया गया है। डिप्टी सीएमओ ने बताया कि लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए रेलवे स्टेशन पर कैंप लगाया गया है। इसी तरह लोगों को अपील की जा रही है कि वह पूरे बाजू के कपड़े पहने, बुखार होता है तो उसकी टेस्ट करवा कर ही दवाई ले, अधिक दिन तक बुखार रहने पर प्लेटलेट डाउन हो जाते हैं जिससे ब्लीडिंग शुरू होती है, उससे मौत भी हो सकती है।
अस्पताल प्रशासन एवं रेलवे विभाग सहित एनजीओ द्वारा लगाए गए कैंप में यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस कैंप में लोगों का ब्लड सैंपल लिया जा रहा है। अगर इसमें कोई किसी तरह की दिक्कत पाई जाती है तो संबंधित व्यक्ति को इसकी सूचना देकर आगामी कार्रवाई बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां भी लारवा मिलता है वहां 100 मीटर के एरिया में फॉगिंग करवाई जाती है, डेंगू को रोकने के लिए सभी तरह के उपाय किए जा रहे हैं।
कहते हैं कि जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है डेंगू का डंक कम होता है लेकिन यहां डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों को तरह-तरह की हिदायतें दे रहे हैं। डेंगू को रोकने के लिए जहां फॉगिंग करवाई जा रही है। डेंगू के मामले न सिर्फ शहरी बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी मिल रहे हैं।