हरियाणा में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी आप से गठबंधन करने के पक्ष में थे। लेकिन हरियाणा के नेताओं ने बात को सिरे नहीं चढ़ने दिया। कई दौर की वार्ता के बाद कांग्रेस ने आप से गठबंधन करने से इनकार कर दिया। जिस कारण दोनों पार्टियों को अलग-अलग चुनाव लड़ना पड़ा। बिना गठबंधन के चुनाव लड़ने का खामियाजा भी कांग्रेस को भुगतना पड़ा।
यह खुलासा आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने किया। एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि गठबंधन को लेकर मेरी राहुल गांधी कई बार बात भी हुई लेकिन हरियाणा की लोकल यूनिट के नेताओं की यह मंशा थी कि हम गठबंधन न करके अकेले चुनाव लड़ें। इसलिए उन्होंने साथ में चुनाव नहीं लड़ा।
शायरी के जरिए कांग्रेस पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि हमारी आरजू का ख्याल रखते तो कुछ और बात होती, हमारी हसरत की फिक्र होती तो, कुछ और बात होती…आज वह भी पछता रहा होगा मेरा साथ छोड़कर, अगर साथ-साथ चलते तो कुछ और बात होती।’
राहुल गांधी ने की थी गठबंधन की पहल
राघव चड्ढा ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के जरिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अगले साल 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को साधना चाहते थे। राहुल गांधी की तरफ से ही गठबंधन की पहल की गई थी। राहुल ने आप से बातचीत के लिए पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की ड्यूटी लगाई। अरविंद केजरीवाल के जेल में होने के चलते गठबंधन की बात के लिए मुझे जिम्मेदारी दी गई थी।