जमानत दिलाने के नाम पर साढ़े 12 लाख रुपये की रिश्वत मांगने वाले हरियाणा पुलिस के सब इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी की गाड़ी से 7.47 लाख रुपये अतिरिक्त नकदी बरामद हुई। इस मामले में उसका साथी सब इंस्पेक्टर राम मौके से फरार हो गया, जिसे पकड़ने के लिए एसीबी की टीमें जुटी हुई हैं।
सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने एसीबी को बताया कि साइबर एनआईटी थाने में उसके और उसके दोस्त विशाल के खिलाफ मामला दर्ज है। दोनों जमानत पर जेल से बाहर थे, लेकिन केस में मदद के लिए सब इंस्पेक्टर अर्जुन और राम ने 12.50 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी ने जाल बिछाया। गुरुवार रात शिकायतकर्ता को पाउडर लगे नोट देकर एसआई अर्जुन सिंह और राम के पास भेजा गया। जैसे ही अर्जुन सिंह ने पैसे लिए, एसीबी टीम ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद एसीबी टीम ने अर्जुन सिंह की गाड़ी की तलाशी ली, जिसमें से 7.47 लाख रुपये नकद बरामद हुए। जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि यह रकम रिश्वत की ही थी या अन्य मामलों से जुड़ी हुई है।
साथी सब इंस्पेक्टर फरार-
इस मामले में शामिल दूसरा आरोपी सब इंस्पेक्टर राम गिरफ्तारी के दौरान फरार हो गया। एसीबी ने उसकी तलाश शुरू कर दी है और टीम ने उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी है। एसीबी मामले की गहन जांच कर रही है और रिश्वतखोरी में शामिल अन्य संभावित व्यक्तियों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है। इस कार्रवाई ने पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।