हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन (Haryana Public Service Commission) का डिप्टी सेक्रेटरी और एचसीएस अनिल लागर को स्टेट विजिलेंस ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उन्होंने डेंटल सर्जन की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा में नंबर बढ़ाने के लिए 90 लाख रुपये की रिश्वत ली गई.
विजिलेंस ने 90 लाख रुपये के साथ एचसीएस अधिकारी नागर को धर दबोचा है. बताया जा रहा है कि मामले में झज्जर और भिवानी जिले के रहने वाले दो अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए गए हैं. दरअसल, सरकार को शिकायत मिलने पर स्टेट विजिलेंस ने यह कार्रवाई करते हुए रेड मारी थी.
जानकारी के अनुसार, डेंटल सर्जन की भर्ती ये परीक्षा 26 सितंबर को हुई थी. इस मामले में विजिलेंस ने 17 नवंबर को एफआईआर दर्ज की थी. भिवानी के रहने वाले नवीन कुमार को विजिलेंस की टीम ने 20 लाख की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. जिसको 18 नवंबर को कोर्ट में पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने आरोपी को जिसको चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है.
नवीन से हुई पूछताछ के बाद विजिलेंस की टीम ने और सबूत जुटाते हुए झज्जर से अश्वनी शर्मा को गिरफ्तार किया. जिसके घर की तलाशी के दौरान एक करोड़ 7 लाख 97 हजार बरामद किए गए. इसके बाद विजीलेंस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए अनिल नगर, एचसीएस, डिप्टी सेक्रेटरी, हरियाणा लोक सेवा आयोग को गिरफ्तार किया. वहीं अनिल नगर के एक साथी के घर पर विजिलेंस ने छानबीन की. अब नागर की गिरफ्तारी हुई है.