बरसात के मौसम के दौरान तापमान में गिरावट आना सामान्य है, और हाल ही में सिरसा सहित कई जिलों में बारिश के साथ ओले गिरने की घटनाएं देखने को मिलीं। ओले गिरने से मौसम में अचानक ठंडक महसूस होने लगी और तापमान में कमी आई। यह घटनाएं विशेष रूप से मौसम में बदलाव के कारण होती हैं, जब गर्मी और ठंडे हवाओं का मिलाजुला असर होता है।
सिरसा और आसपास के क्षेत्रों में यह बारिश और ओले किसान और आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बने हैं, क्योंकि ओले फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा, ओलावृष्टि से सड़कों पर फिसलन भी बढ़ जाती है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है।
यह मौसम बदलाव खासतौर पर उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में देखे जा रहे हैं, जहां इस तरह के मौसम परिवर्तन आमतौर पर होते रहते हैं, खासकर दिसंबर और जनवरी के महीनों में।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि यह विक्षोभ रविवार को हरियाणा से आगे निकल जाएगा। इसके बाद एक बार फिर से बर्फीली हवाएं चलने से से दिन व रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।आने वाले दो तीन दिनों तक एक बार फिर से कुछ स्थानों पर शीतलहर की स्थिति और सुबह के समय कोहरा देखने को मिलेगा।
नारनाैल में बादलों की गर्जना के साथ बारिश शुरू
महेंद्रगढ़ जिले में रात को तेज हवा चलने के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ, जो सुबह तक जारी रहा। मौसम विभाग ने 28 दिसंबर तक बारिश होने की संभावना जताई है। रात भर हल्की से मध्यम बारिश होने पर किसानों के चेहरे खिल गए हैं। इस मौसम प्रणाली का असर 27 को ज्यादातर हिस्सों पर देखने को मिलेगा, जबकि 28 को इस मौसम प्रणाली का उत्तरी और पूर्वी हिस्सों पर देखने को मिलेगा। इस दौरान बादलों की आवाजाही और दिन के तापमान में गिरावट कोल्ड डे की स्थिति देखने को मिलेगी। 29 से सम्पूर्ण इलाके में ठंड के ट्रिपल अटैक कोल्ड डे कोल्ड वेब और कोहरा अपने तेवरों को दिखाएगा।
अल सुबह से झज्जर में हो रही बारिश
सिरसा में बारिश के साथ एक से दो मिनट गिरे ओले