मासूम की हत्याकर थप्पड़ का लिया बदला- छह साल पहले बच्चे के पिता ने मारा था तमाचा, तब से क्रोध साध बैठा था फूफा

lalita soni

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आरोपी ने पुलिस को बताया कि बच्चे की हत्या करने से पहले पास के ही मंदिर में जाकर पूजा करके आया था। वह किसी भी कीमत पर अपने साले भानू को दुख देना चाहता था।

हरियाणा के फरीदाबाद में मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां फूफा ने एक मासूम की हत्या महज उसके पिता द्वारा मारे गए थप्पड़ का बदला लेने के लिए कर दी, वो भी इस घटनाक्रम के छह साल के बाद। आपको सुनने में भले ही ये अजीब लगे लेकिन आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में हत्या का कारण केवल एक थप्पड़ का बदला बताया है। पुलिस ने दिल्ली निवासी आरोपी बलराम (40) को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपी से पूछताछ जारी है।

एनआईटी पांच भगत सिंह कॉलोनी निवासी शिवांश 13 नवंबर को घर से लापता हो गया था। क्राइम ब्रांच सेक्टर 17 टीम ने शुक्रवार दोपहर बच्चे का शव उसी के बुआ के घर की पहली मंजिल पर रखे बेड के अंदर से बरामद किया। हत्या के आरोप में बच्चे के फूफा बलराम को गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी अपनी पत्नी से हमेशा अनबन रहती थी। पत्नी बबीता का भाई भानू (मृतक शिवांश का पिता) अपनी बहन के लिए बलराम से झगड़ा करता था।
इसी के चलते वह परिवार से अलग दिल्ली में मकानों में पत्थर लगाने का काम में मजदूरी करता था। पत्नी बबीता फरीदाबाद में ही घरों में घरेलू सहायिका का काम करती थी। साल 2017 में किसी बात को लेकर बलराम ने बबीता की डंडों से पिटाई कर दी। इस बारे में जब भानू को बता लगा तो वह मौके पर पहुंच गया और सबके सामने बलराम को थप्पड़ जड़ दिए। उसी दिन से बलराम ने उसे सबक सिखाने की ठान ली थी।
आरोपी ने हत्या करने का जो तरीका पुलिस को बताया वह किसी वहशी जानवर के जैसा है। घटना की शाम आरोपी शिवांश को अपने कंधे पर बिठाकर खेलने के बहाने ऊपर के कमरे में ले गया। यहां आरोपी ने बच्चे को अपनी सिर से भी ऊपर उठाया और मुंह के बल फर्श पर दे मारा। बच्चे के मुंह पर गंभीर चोट आने के बाद भी आरोपी का दिल नहीं पसीजा और उसने बच्चे की छाती पर अपने घुटने रखने का बाद हाथ से गला दबा दिया। बच्चे के बेहोश होने पर बलराज उसे मृत समझ कर नीचे चला गया। करीब दस मिनट बाद आरोपी वापस कमरे में आया तो शिवांश की सांसें चल रही थीं। इस पर आरोपी ने एक कपड़े से उसका गला तब तब दबाए रखा जब तक उसके प्राण नहीं निकल गए।
हत्या करने से पहले मंदिर में पूजा करने गया था बलराम
आरोपी ने पुलिस को बताया कि बच्चे की हत्या करने से पहले पास के ही मंदिर में जाकर पूजा करके आया था। वह किसी भी कीमत पर अपने साले भानू को दुख देना चाहता था। बच्चे की हत्या करने के बाद उसने शव के हाथ पैर बांधकर बेड में सबसे नीचे मुंह के बल लिटा दिया और ऊपर से पुराने कपड़े डाल दिए। पूरी तसल्ली होने के बाद आरोपी ने शराब पी और बच्चे को ढूंढने का नाटक करने लगा। पुलिस जब कमरे की तलाशी लेने आई तो आरोपी ने खुद ही बेड की तलाशी लेकर दिखाई थी। केवल कपड़ों को बाहर दिखाकर आरोपी ने कहा अंदर कुछ नहीं है।