हिल जाएंगे आप,दिल, दोस्ती, प्यार के बाद ‘वो’ वाला वीडियो… कैसे live-in में जानी दुश्मन बन गए प्रेमी जोड़े!

parmodkumar

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भारत में लिव-इन रिलेशनशिप हमेशा से एक टैबू की तरह है और ऊपर से अब ये प्रेमी जोड़े एक दूसरे के खून के प्यासे हो रहे है, आखिर क्यों? आइए जानते हैं।

एक टाइम था जब लिव-इन रिलेशनशिप के बारे में सुनते ही हमारे कान खड़े हो जाते थे। जैसे ही किसी के बारे में पता चलता तो खुसफुसाहट शुरू हो जाती थी। लेकिन आज ऐसा नहीं है। अब ‘लिव-इन’ कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन लिव-इन में रहने वाले प्रेमी जोड़ों के कुछ ऐसे खौफनाक मामले सामने आए, जिसे सुनकर रूह कांप जाए।

आखिर कैसे दो लोग जो अपनी मर्जी से एक-दूसरे के साथ रहना चुनते हैं। जो किसी सामाजिक बंधन में नहीं हैं, फिर क्यों एक-दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं। दिल्ली में कुछ ही दिन पहले एक लड़की ने अपने लिव इन पार्टनर को घी और शराब डालकर जलाकर मार डाला। यह कोई पहली घटना नहीं थी। दिल्ली, नोएडा, बेंगलुरु से मुंबई तक आए दिन हमें ऐसी खबरें सुनने को मिल रही हैं, जहां अपने ही पार्टनर को खौफनाक तरीके से मौत के घाट उतार दिया गया। आइए हाल में हुए कुछ मामलों पर नजर डालते है!

‘वो’ वाला वीडियो बना मौत का कारण

21 साल की अमृता चौहान की नोएडा में एक जॉब इंटरव्यू के दौरान UPSC की तैयारी कर रहे रमकेश मीणा से मुलाकात हुई। कुछ ही महीनों में दोनों ने दिल्ली में साथ रहना शुरू कर दिया। आरोप हैं कि रमकेश ने अमृता के साथ अपने निजी पलों को कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया। अमृता ने डिलीट करने को कहा तो उसने इनकार कर दिया। सितंबर महीने में अमृता की जिंदगी में उसके एक्स बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप ने फिर से एंट्री ले ली।

पेशे से गैस डिस्ट्रिब्यूटर सुमित के साथ अमृता की नजदीकियां रमकेश को बर्दाश्त नहीं हो रही थी। उसने प्राइवेट वीडियो के नाम पर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जिसका नतीजा उसकी मौत के रूप में सामने आया। सुमित के साथ मिलकर अमृता ने रमकेश को उसी के घर में गैस सिलेंडर से उड़ा दिया। बचने की कोई उम्मीद न हो, इसलिए उस पर घी और शराब भी छिड़क दिया।

ट्रैफिक सिग्नल पर जिंदा जलाया

कुछ ही समय पहले बेंगलुरु में 26 साल की वनाजाक्षी ने अपने पार्टनर से अलग होने की ठानी। कैब ड्राइवर पार्टनर गाली-गलौच और मारपीट करता था। एक दिन वो अपने रिश्तेदार के साथ कार में मंदिर जा रही थी, तभी रास्ते में ट्रैफिक सिग्नल पर उसने रोका। पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। वनाजाक्षी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

पूर्व लिव-इन पार्टनर ने चाकू से गोदा

दिल्ली के नबी करीम में 22 साल की शालिनी गर्भवती थी। उसके पूर्व लिव-इन पार्टनर आशु को यह बर्दाश्त नहीं हुआ कि उसे छोड़कर वो खुश कैसे रह रही है। उसने चाकू से गोद दिया। उसे बचाने की कोशिश में पति आकाश ने आशु को मार डाला।

श्रद्धा वॉल्कर केस

श्रद्धा की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। उसी के लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने उसे 35 टुकड़ों में काट डाला और फ्रिज में स्टोर कर दिया था। बाद में उसे दिल्ली के जंगलों में फेंकना शुरू कर दिया। पुलिस की 6629 पन्नों की चार्जशीट में पता चला कि श्रद्धा को आफताब ने टुकड़ों में काटने की धमकी दी थी।

काटकर प्रेशर कुकर में उबाला

मुंबई के मीरा रोड़ इलाके में जून में एक दिल दहलाने वाली घटना हुई। मनोज साने नाम के शख्स के घर में जब पुलिस घुसी तो उन्हें इंसानी मांस से भरे प्रेशर कुकर मिले। उस पर आरोप हैं कि उसने अपनी लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य को टुकड़ों में काटा और उसे उबालने की कोशिश कर रहा था।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

मनोवैज्ञानिक विवेक दुबे ने TOI से बातचीत में कहा कि इमोशनल दूरी, पितृसत्ता वाली सोच, मानसिक समस्या और शराब, यह सब मिलकर एक ‘खतरनाक तूफान’ पैदा करते हैं। मैक्स अस्पताल की वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉक्ट दीपाली बत्रा कहती हैं, ‘ये गुस्से या जुनून में आकर किए गए अपराध नहीं हैं। ये अपना वर्चस्व दिखाने के लिए किए गए अपराध हैं। अपराधी की नजर में साथी एक संपत्ति की तरह है। जब इस कंट्रोल का भ्रम टूटता है, तो प्यार की जगह हिंसा ले लेती है।’ इसी क्रम में डॉक्टर निशा बताती हैं कि यह पावर और कंट्रोल का सर्कल है। कई पुरुषों की सोच है कि अगर साथी आत्मनिर्भर होती है तो यह एक बगावत है। उसका जवाब होता है- ‘सजा’। धोखा, जलन और अपमान, ये सब ऐसे कमजोर दिमागों के हथियार बन जाते हैं, जिन्होंने कभी भावनाओं से निपटना सीखा ही नहीं।

लिव-इन पर बहस

लिव-इन रिलेशन को लेकर बहस भी जारी है। यूपी की गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने चेतावनी दी थी, ‘लड़कियां लिव-इन रिलेशनशिप से दूर रहें नहीं तो 50 टुकड़ों में कट सकती हो।’ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि अगर आप शादी नहीं करोगे तो बच्चे कैसे करोगे? उनका भविष्य क्या होगा? अगर आप सामाजिक ताने-बाने के खिलाफ जाएंगे तो समाज पर क्या असर होगा? उन्होंने यह भी कहा था कि लिव-इन भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट हालांकि इस बारे में कह चुकी है कि अगर दो समझदार लोग एक साथ रहना शुरू करते हैं और उन्हें कुछ साल हो जाते हैं तो इसका मतलब हुआ कि उन्हें इसके फायदे और नुकसान अच्छी तरह से पता हैं।