लोकसभा चुनाव में अपने-अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारने को लेकर हरियाणा कांग्रेस के हुड्डा और एसआरके (कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी) गुट खुलकर आमने सामने आ गए हैं।
हाईकमान की कोशिश के बाद भी दोनों में सहमति नहीं बन रही और बार-बार प्रत्याशियों की घोषणा को टालना पड़ रहा है। दोनों गुटों में प्रत्याशियों को लेकर सहमति बनाने के लिए बनाई गई सब कमेटी का पहला प्रयास सफल नहीं हो पाया। सब कमेटी ने अब हाईकमान को रिपोर्ट देने के लिए दो दिन का समय मांगा है।
रविवार को कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के आवास हुई सब कमेटी की बैठक में मधूसुधन मिस्त्री, हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष उदयभान मौजूद रहे। कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला बैठक में नहीं पहुंचे।
सब कमेटी ने बाद में इन दोनों नेताओं के साथ बैठक की और प्रत्याशियों को लेकर मंथन किया। सैलजा और सुरजेवाला मजबूती के साथ अड़े हैं और वह किसी भी सूरत में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। हुड्डा गुट की ओर से छह सीटों पर दिए गए प्रत्याशियों को लेकर दोनों नेता खुलकर विरोध कर रहे हैं और इसको लेकर हाईकमान के सामने अपने तर्क दे रहे हैं।
शनिवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में सब कमेटी बनाने का फैसला लिया गया था। सूत्रों का दावा है कि बैठक में दोनों ही गुट प्रत्याशियों को लेकर आमने-सामने हो गए थे। दोनों गुटों ने अपने-अपने तर्क रखे। विवाद बढ़ता देख हाईकमान ने सहमति के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की अध्यक्षता में सब कमेटी का गठन किया। यह पहली बार है कि स्क्रीनिंग कमेटी और सीईसी की कमेटी के अलावा तीसरी सब कमेटी का गठन करना पड़ा हो।