मेडिकल स्टोर संचालक से कैसे कुख्यात गैंगस्टर बना दलेर, जमीन विवाद से हुई शुरुआत, पढ़ें पूरी कहानी

lalita soni

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दोस्त की पगड़ी उतरवाने पर पुलिसकर्मी की पिटाई का भी आरोप है। गैंगस्टर बनने के बाद दलेर का परिवार से नाता टूट गया। उसने हरियाणा ही नहीं प्रदेश के अलग-अलग जिलों में नेटवर्क तैयार किया।

Daler became a notorious gangster from a medical store operator.
बेटे के लड़ाई झगड़े से तंग आकर पिता ने दलेर कोटिया को मेडिकल स्टोर खुलवाया था, लेकिन गांव में जमीन विवाद के बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। उसके दुस्साहस का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि दोस्त की पगड़ी उतरवाने पर उसने पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी थी। यही नहीं उस पर एसएचओ की पिटाई का भी आरोप लगा था।
जानकारी के अनुसार, असंध निवासी गैंगस्टर दलेर कोटिया के पिता किसान थे। उन्होंने दलेर कोटिया को गुजर-बसर करने के लिए मेडिकल स्टोर खुलवाकर दिया था, लेकिन पिता की मौत के बाद जमीन के विवाद में दलेर का दबंग लोगों से झगड़ा हो गया। इसमें पुलिस ने आरोपी दलेर कोटिया के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसी दौरान दलेर पर एक एसएचओ की पिटाई करने का आरोप लगा थामामले में दलेर को जेल जाना पड़ा। जेल जाने के बाद दलेर गैंगस्टरों के संपर्क में आया और उनके कहने पर अपराध करने लगा। जमानत पर बाहर आने के बाद वह आपराधिक दुनिया में कदम रख चुका था। फिर एक के बाद एक उत्तर प्रदेश, हरियाणा और हिमाचल में तीन हत्याओं के मामले में दलेर कोटिया का नाम सामने आया। इसके बाद वह खुद गैंगस्टर बन गया और कारोबारियों से रंगदारी, फिरौती, लूटपाट सहित विभिन्न आपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगा।विक्की गोंदर के साथ मिलकर विरोधी गैंग को खत्म करने की रची थी साजिश
लारेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया गैंग को खत्म करने के लिए दलेर कोटिया ने विक्की गोंदर से दोस्ती की थी। दोनों ने मिलकर कई वारदात को अंजाम दिया, लेकिन विक्की गोंदर के एनकाउंटर के बाद पुलिस से बचने के लिए वह अमेरिका चला गया। कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवान पुरिया और लॉरेंस बिश्नोई को वह अपना दुश्मन मानता है। दलेर इन दोनों की हत्या करने का प्रयास भी कर चुका, मगर सफल नहीं हो पाया।वर्षों से घर आना-जाना छोड़ा, परिजनों से टूटा नाता
गैंगस्टर बनने के बाद दलेर का परिवार से नाता टूट गया। उसने हरियाणा ही नहीं प्रदेश के अलग-अलग जिलों में नेटवर्क तैयार किया। जेल से बाहर आने के बाद वह गैंगस्टरों व गिरोह के साथ समय बिताने लगा था। इसके बाद उसका घर पर आना-जाना भी बंद हो गया। इससे पहले पुलिस ने घर पर छापामारी कर परिजनों पर दबाव बनाया था, मगर वह पुलिस की पकड़ से बहुत दूर जा चुका था। अमेरिका में बैठकर वह गुर्गों को हथियार सप्लाई करता था और कारोबारियों से फिरौती मांगता था।