हरियाणा में भी बाढ़ ने काफी नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में नायब सिंह सैनी सरकार ने बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत योजना का ऐलान किया है। इस योजना के तहत 10000 रुपये से 4 लाख तक की आर्थिक मदद की जा रही है।
भारी बारिश के चलते हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। बाढ़ की वजह से किसानों और आम लोगों का भारी नुकसान हो रहा है। ऐसे में हरियाणा सरकार मदद के रूप में आगे आई है। बाढ़ की वजह से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार की ओर से आर्थिक मदद की जा रही है। बाढ़ प्रभावितों के लिए हरियाणा सरकार की राहत योजना के तहत पूरी लिस्ट तैयार की गई है।
इस लिस्ट के मुताबिक किस तरह के नुकसान में कितना पैसा दिया जाएगा, इसे तय किया गया है। राहत योजना के तहत जान-माल के नुकसान से लेकर पशुधन को होने वाले नुकसान को भी कवर किया गया है। किसानों की फसल को हुए नुकसान के मुआवजे के लिए फसल बीमा योजना के तहत पहले ही क्लेम लिए जा रहे हैं।
बाढ़ में जान गई तो मिलेंगे कितने पैसे
अगर हरियाणा में बाढ़ की वजह से किसी शख्स की जान चली जाती है तो परिजनों को आर्थिक मदद मिलेगी। मृत्यु होने की स्थिति में परिजनों को सरकार की ओर से 4 लाख रुपये की राहत राशि मिलेगी। इसी तरह अगर 60% से ज्यादा अंग हानि होती है तो 2,50,000 रुपये का मुआवजा मिलता है। 40 से 60 फीसदी के बीच दिव्यांगता होने पर 74,000 रुपये मिलते हैं।
| क्रम | नुकसान | राहत राशि |
| 1 | मृत्यु | 4 लाख रुपये |
| 2 | अंग भंग (60% से ज्यादा) | 2.5 लाख रुपये |
| 3 | अंग भंग (40 से 60%) | 74,000 रुपये |
मकान-दुकान के नुकसान पर कितना पैसा
बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत योजना के तहत घर और दुकान को नुकसान पहुंचता है तो उसके लिए भी मुआवजे की राशि तय की गई है। मैदान क्षेत्र में घर को हुए नुकसान के मुआवजे के रूप में सरकार की ओर से 1,20,000 रुपये मिलते हैं। अगर घर पहाड़ी क्षेत्र में है तो 1,30,000 रुपये मिलेंगे। अगर आंशिक रूप (15%) से घर को नुकसान होता है तो 10,000 रुपये मिलेंगे। गांव में दुकान, संस्थान या उद्योग को नुकसान होने पर 1 लाख रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जा रहा है।
| क्रम | मुआवजा | राहत राशि |
| 1 | क्षतिग्रस्त मकान (मैदानी क्षेत्र) | 1.20 लाख रुपये |
| 2 | क्षतिग्रस्त मकान (पहाड़ी क्षेत्र) | 1.30 लाख रुपये |
| 3 | आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त पक्का मकान (15%) | 10,000 रुपये |
| 4 | आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कच्चा मकान (15%) | 5,000 रुपये |
| 5 | गांव में दुकान, संस्थान या उद्योग को नुकसान | |
| 1 लाख रुपये तक | 1 लाख रुपये या वास्तविक हानि | |
| 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक | 1.75 लाख रुपये | |
| 2 लाख रुपये से 3 लाख रुपये तक | 2.35 लाख रुपये | |
| 3 लाख रुपये से 4 लाख रुपये तक | 2.75 लाख रुपये | |
| 4 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक | 3.05 लाख रुपये | |
| 5 लाख रुपये से ज्यादा | 3.05 लाख रुपये + 10% |
किसानों के लिए भी मदद का हाथ
किसानों को मौसम की मार सबसे ज्यादा झेलनी पड़ी है। बाढ़ की वजह से खेत के खेत पानी में बह गए हैं। किसानों को फसल के नुकसान के मुआवजे के रूप में पीएम फसल बीमा योजना के अलावा भी राहत राशि दी जाएगी। उन्हें 7000 से 15000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा दुधारू पशु हानि जैसे भैंस, गाय और ऊंटनी की मृत्यु होने पर 37,500 रुपये की मदद मिलेगी। भेड़, बकरी और सुअर के लिए मुआवजे के तौर पर 4000 रुपये दिए जा रहे हैं। दूध न देने वाले पशु जैसे ऊंट, घोड़ा और बैल आदि के लिए 32,000 रुपये दिए जा रहे हैं। मुर्गी पालकों को 10,000 रुपये की राहत राशि दी जा रही है।















































