हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस की चित्रा सरवारा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया है।अंबाला कैंट से प्रबल दावेदार मानी जा रहीं सरवारा को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था। कांग्रेस ने इस सीट से परविंदर पाल परी को चुनाव मैदान में उतारा है, जिनका सामना 6 बार के विधायक और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता अनिल विज से है!
कांग्रेस ने कहा कि पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ चित्रा सरवारा का निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ना पार्टी की नीति का उल्लंघन है। पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी सरवारा ने पिछले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस से टिकट न दिए जाने के बाद अंबाला कैंट से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें विज के हाथों चुनाव में शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एआईसीसी ने आपके कार्यों के सबूतों की समीक्षा की है और परिणामस्वरूप, हम कार्रवाई करने के लिए बाध्य हैं। परिणामस्वरूप, हम इन पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण कांग्रेस पार्टी में आपकी सदस्यता को छह साल की अवधि के लिए निलंबित कर रहे हैं।चित्रा सरवारा का जन्म 18 मार्च 1975 को हुआ था। वह चौधरी निर्मल सिंह मोहरा की बेटी हैं। उनके दादा चौधरी हजारा सिंह सरवारा एक अंग्रेजी और उर्दू शिक्षक थे और उनकी दादी चिंता देवी एक गृहिणी थीं। उनके पिता एक राजनेता हैं जिन्होंने 1970 के दशक में भारतीय युवा कांग्रेस, हरियाणा के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। वे नगगल निर्वाचन क्षेत्र से चार बार हरियाणा विधानसभा के सदस्य रहे हैं। चित्रा सरवारा के तीन भाई-बहन हैं-दो छोटे भाई, उदयवीर सिंह और चेतक सिंह और एक छोटी बहन नूर सरवारा हैं।चित्रा ने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा कान्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी अंबाला से और अंबाला कैंट में भारतीय पब्लिक स्कूल से की। बाद में उन्होंने 1994 में मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स राय, सोनीपत से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। वह एक अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी भी हैं। चित्रा ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद से फर्नीचर डिजाइन में औद्योगिक डिजाइनर में ग्रैजुएशन किया।