IGNOU MBA मैनेजमेंट से सम्बन्धित अंडर-ग्रेजुएट और पीजी (डिग्री व डिप्लोमा) लेवल के कई कोर्स आजकल तमाम संस्थानों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय यानी इग्नू का मास्टर ऑफ बिजनेस ऐडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) कोर्स को काफी अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें कम फीस के बावजूद हाई क्लास लर्निंग मिलती है। इग्नू के एमबीए कोर्स की मार्केट एक्सेप्टेबिलिटी काफी अच्छी है।
HIGHLIGHTS
- इग्नू के एमबीए कोर्स को में कम फीस के बावजूद हाई क्लास लर्निंग मिलती है।
- इग्नू के एमबीए कोर्स की मार्केट एक्सेप्टेबिलिटी काफी अच्छी है।
- एडमिशन के लिए किसी प्रकार का एंट्रेंस टेस्ट नहीं लिया जाता है।
- इग्नू से एमबीए करना काफी सस्ता है। कुल फीस 64 हजार रुपये है।
- इग्नू से एमबीए एक और फायदा इसकी फ्लेक्सिबिलिटी।
IGNOU MBA: किसी भी सेक्टर या इंडट्री में वर्किंग प्रोफेशनल्स कुछ वर्षों के अनुभव के बाद मीडिल मैनेजमेंट या सीनियर मैनेजमेंट के लेवल पर प्रमोट होने के लिए आमतौर पर मैनेजमेंट डिग्री मांगी जाती है। मैनेजमेंट से सम्बन्धित अंडर-ग्रेजुएट और पीजी (डिग्री व डिप्लोमा) लेवल के कई कोर्स आजकल तमाम संस्थानों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय यानी इग्नू का मास्टर ऑफ बिजनेस ऐडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) कोर्स को काफी अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें कम फीस के बावजूद हाई क्लास लर्निंग मिलती है। आइए हम आपको बताते हैं कि इग्नू से एमबीए करने के क्या-क्या फायदे हैं:-
मार्केट एक्सेप्टेबिलिटी
इग्नू के एमबीए कोर्स की मार्केट एक्सेप्टेबिलिटी काफी अच्छी है, फिर चाहे बड़ी कंपनियां हो या मैनेजमेंट में रिसर्च, हर जगह इस डिग्री की पहचान है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इग्नू एमबीए एक तो एआइसीटीई से अप्रूव्ड है और इसके स्टडी मैटेरियल्स को देश के टॉप इंस्टीट्यूट्स की फैकल्टी के पैनल द्वारा लेटेस्ट ट्रेड के अनुसार डिजाइन किया गया है। साथ ही, इग्नू के अन्य कोर्सेस की तरह ही इस कोर्स का ईवैल्यूएशन और ग्रेडिंग काफी कड़ाई से होती है, यानी इग्नू एमबीए अच्छे ग्रेड में उत्तीर्ण होने वाले प्रोफेशनल्स को मैनेजमेंट की अच्छी समझ वाला माना जाता है।
स्पेशिलाइजेशन
इग्नू द्वारा एमबीए कोर्स विभिन्न स्पेशिलाइजेशन के साथ ऑफर किया जाता है। ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, मार्केटिंग मैनेजमेंट, फाइनेंशियल मैनेजमेंट, ऑपरेशंस मैनेजमेंट और सर्विसेस मैनेजमेंट में स्पेशिलाइजेशन के साथ इग्नू से एमबीए कर सकते हैं।
एफोर्डेबल फीस
इग्नू से एमबीए करना अन्य सरकारी व निजी संस्थानों के मुकाबले के काफी सस्ता है। इग्नू से एमबीए 4 सेमेस्टर का कोर्स है। इसकी कुल फीस 64 हजार रुपये है, जो कि पहले, दूसरे और चौथे सेमेस्टर में 15.5 हजार रुपये एवं तीसरे सेमेस्टर में 17.5 हजार रुपये निर्धारित है। इसके अतिरिक्त स्टूडेंट्स को सिर्फ एग्जाम फीस देनी होती है, जबकि स्टडी मैटेरियल, काउंसलिंग क्लासेस (वीकली ऑनलाइन/ऑफलाइन), आदि सब फ्री होती है।
ईजी ऐडमिशन प्रॉसेस
इग्नू एमबीए ने स्टूडेंट्स को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ ग्रेजुएट होना चाहिए। हालांकि, रिजर्व कटेगरी के लिए कट-ऑफ 45 फीसदी ही है। साथ ही, एडमिशन के लिए किसी प्रकार का एंट्रेंस टेस्ट नहीं लिया जाता है। कोई भी स्टूडेंट या वर्किंग प्रोफेशनल इग्नू की वेबसाइट, ignou.ac.in पर जाकर ऑनलाइन अप्लीकेशन फॉर्म सबमिट कर सकते हैं। ध्यान देना चाहिए कि ऑनलाइन फॉर्म भरते समय ही पहले सेमेस्टर की फीस भरनी होती है। रजिस्ट्रेशन के बाद इनरोलमेंट नंबर इग्नू द्वारा आवंटित किया जाता है और स्टूडेंट्स को स्टडी मैटेरियल रजिस्टर्ड डाक (पोस्ट ऑफिस) से भेज दिया जाता है। साथ ही, स्टडी मैटेरियल इग्नू की वेबसाइट से भी PDF फॉर्मेट में भी उपलब्ध कराए जाते हैं।
फ्लेक्सिबिलिटी
इग्नू से एमबीए एक और फायदा इसकी फ्लेक्सिबिलिटी। स्टूडेंट्स इग्नू के देशभर में 62 रीजनल सेंटर और 2 हजार से अधिक स्टडी सेंटर में से किसी भी का चुनाव कर सकते हैं। साथ ही, यदि वर्किंग प्रोफेशनल की जॉब ट्रांसफेरेबल है तो उसके लिए इग्नू का एमबीए बेस्ट ऑप्शन है। इसके अतिरिक्त, इग्नू से एमबीए की एक और फ्लेक्सिबिलिटी है कि स्टूडेंट्स को इसे पूरा करने के लिए अधिकतम 4 वर्ष तक समय दिया जाता है, यानी यदि किसी सेमेस्टर में स्टूडेंट की तैयारी नहीं है तो वह अगले सेशन में उसकी परीक्षा दे सकता है।