नई दिल्ली. साल 1972 से इस्तेमाल किया जा रहा आपका पैन कार्ड अब बदलाव की राह पर है. मोदी सरकार ने पैन 2.0 के नए वर्जन को मंजूरी दे दी है और इसके साथ ही देश के करीब 78 करोड़ लोगों को अब अपना परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) कार्ड भी बदलना होगा. इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य टैक्सपेयर्स के लिए चीजों को आसान बनाना है. सरकारी की मंजूरी के बाद करदाताओं के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या उनका पैन नंबर भी बदल जाएगा और नया कार्ड बनवाने की क्या प्रक्रिया होगी.
जैसा कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पैन कार्ड का नया वर्जन सिर्फ नए फीचर से लैस होगा, जबकि आपके पैन का नंबर वही रहेगा. इस कार्ड पर एक क्यूआर कोड दिया जाएगा, जिसमें आपकी सभी जानकारियां समाहित होंगी. इसके इस्तेमाल से टैक्स भरना या फिर कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराना अथवा बैंक में खाता खुलवाना आसान हो जाएगा.
क्या-क्या नए फीचर होंगे
- पैन कार्ड की तकनीक को पूरी तरह अपग्रेड किया जाएगा ताकि इसके इस्तेमाल का तरीका आसान हो जाए.
- सभी तरह के बिजनेस की पहचान और पंजीकरण को आसान बनाने के लिए इसमें खास फीचर जोड़े जाएंगे.
- पैन से जुड़ी सभी सेवाओं के लिए एक इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा, जो यूजर के एक्पीरियंस को बेहतर बनाएगा.
- यूजर के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए नए पैन कार्ड में सिक्योरिटी फीचर भी लागए जाएंगे, ताकि धोखाधड़ी जैसी वारदातों पर काबू पाया जा सके.
- कहां से बनवाना होगा नया कार्ड
केंद्रीय मंत्री का कहना है कि पैन कार्ड के अपग्रेड वर्जन के लिए आम आदमी को कुछ भी करने की जरूरत नहीं है. न तो आपको इसके लिए कहीं आवेदन करने की जरूरत होगी और न ही किसी तरह की कोई फीस ली जाएगी. देश के जिन 78 करोड़ लोगों को पैन कार्ड जारी किए जा चुके हैं, उन सभी को विभाग की ओर से नया पैन कार्ड भेजा जाएगा. - क्या बंद हो जाएगा पुराना वाला कार्ड
सरकार ने साफ कह दिया है कि पैन कार्ड को अपग्रेड करने की प्रोसेस में नंबर नहीं बदले जाएंगे. हर किसी का पैन नंबर वही रहेगा और जब तक आपके हाथ में नया कार्ड नहीं पहुंच जाता है, तब आप अपने सभी काम पुराने पैन कार्ड के जरिये ही करते रहें. नए कार्ड के लिए न तो कहीं अप्लाई करने की जरूरत है और न ही इसके लिए कोई पैसा खर्च करने की जरूरत है. सरकार सीधे आपके पते पर नया पैन कार्ड भेज देगी.