मोरनी की वादियों में हुए चिंतन शिविर में भूपेंद्र हुड्डा विरोधी खेमे के न पहुंचने से कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है। कार्यक्रम में किरण चौधरी, श्रुति चौधरी, रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा नहीं पहुंचे। कुलदीप बिश्नोई और प्रभारी विवेक बंसल को शिविर में पहुंचने का न्योता ही नहीं दिया गया था। सिर्फ हुड्डा समर्थक खेमा ही चिंतन शिविर में सक्रिय रहा। सांसद दीपेंद्र हुडडा भी मौजूद रहे। इस दौरान भूपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस राज आने पर पूरे किए जाने वाले वादों की झड़ी लगाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही बुजुर्गों को 6000 रुपये महीना पेंशन दी जाएगी। गरीब परिवारों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली और सौ-सौ गज के मुफ्त प्लॉट दिए जाएंगे। पदक विजेता खिलाड़ियों को फिर से उच्च पदों पर नियुक्तियां दी जाएंगी। जातिगत जनगणना का समर्थन करते हुए हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर क्रीमी लेयर की लिमिट को 6 से बढ़ाकर 10 लाख किया जाएगा, ताकि पिछड़ों को आरक्षण का उचित लाभ प्राप्त हो सके। हुड्डा ने कहा कि सत्ता परिवर्तन के संघर्ष को लेकर वे पूरी तरह तैयार हैं। कांग्रेस ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी हैं। भूपेंद्र हुड्डा ने चिंतन शिविर में पेश किए गए महंगाई, बेरोजगारी, बिगड़ती कानून व्यवस्था, जर्जर अर्थव्यवस्था, भ्रष्टाचार, कृषि, सामाजिक न्याय, महिला, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण समेत अलग-अलग मुद्दों के प्रस्ताव की सराहना की। कहा, यह प्रस्ताव साबित करते हैं कि कांग्रेस नेताओं के मन में प्रदेश की समस्याओं को लेकर टीस है। कुलदीप बिश्नोई के बारे में किए गए सवाल पर हुड्डा ने कहा कि अगर कोई बात है तो कुलदीप विधायक पद से इस्तीफा दें। उपचुनाव होगा तो कांग्रेस अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी।
हरियाणा में हुड्डा विरोधी खेमे ने चिंतन शिविर से बनाई दूरी, कांग्रेस की चिंता बढ़ी
Parmod Kumar