नई व्यवस्था के तहत उत्तर पुस्तिकाओं की जांच नए सत्र में दाखिल हुए विद्यार्थियों की परीक्षाओं के बाद होगी। बोर्ड चेयरमैन डॉ. वीपी यादव के अनुसार, इसे लेकर बोर्ड ने तैयारी शुरू कर दी है, खासतौर पर एआई आधारित सॉफ्टवेयर भी तैयार कराया जा रहा है। मूल्यांकन संबंधित बेसिक खाका भी बोर्ड की ओर से तैयार कर लिया गया है। इससे परीक्षा परिणाम भी अति शीघ्र जारी हो सकेगा।
विदित हो कि वर्ष 2023-24 की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के दौरान बोर्ड ने पहली बार ऑनलाइन मूल्यांकन व्यवस्था की थी। इसकी सफलता के बाद ही मूल्यांकन व्यवस्था को एआई आधारित बनाने का निर्णय लिया गया है। हर वर्ष लाखों विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षाएं देते हैं। वर्ष 2023-24 के दौरान भी करीब सवा छह लाख विद्यार्थियों ने कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा दी थी। अब नए सत्र में भी प्रदेश में करीब इतने ही दाखिले हुए हैं।
नई व्यवस्था में उत्तरपुस्तिका जांच के दौरान अंक देने में अब शिक्षक की मनमर्जी नहीं चलेगी। अब तक कई मामलों में ऐसा सामने आया कि उत्तर पुस्तिका जांच के दौरान शिक्षक ने कम या ज्यादा अंक दे दिए। जांच करने वाले शिक्षकों पर मूल्यांकन में लापरवाही के आरोप भी लगते रहे। इस नई व्यवस्था में ऐसा नहीं चलेगा। उत्तर पुस्तिका में उत्तर की जांच के बाद जितने अंक सॉफ्टवेयर तय करेगा, उतने अंक ही दिए जाएंगे। इससे पुनर्मूल्यांकन की गुंजाइश भी नहीं रहेगी।
भविष्य में परीक्षाओं के तुरंत बाद परिणाम जारी किया जाएगा। इस बार भी ऐसा पहली बार हुआ जब 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम रिकॉर्ड 27 दिनों में ही घोषित किया गया। बोर्ड चेयरमैन डॉ. वीपी यादव का कहना है कि भविष्य में 15 से 20 दिनों में परिणाम जारी किया जाएगा। इसलिए एआई आधारित मूल्यांकन व्यवस्था कर रहे हैं। इससे विद्यार्थियों का समय बचेगा और अपने कॅरिअर का चुनाव आसानी से कर सकेंगे।