बेटी घर से भाग न जाए, इस डर में कुछ परिजन कर रहे 18 साल से कम उम्र में बाल विवाह

Parmod Kumar

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जब भी विवाह-शादियों के शुभ मुहूर्त ज्यादा होते हैं। बाल-विवाह होने का एकाएक खतरा बढ़ जाता है। पिछले दिनों जिले में ऐसा ही कुछ सामने आया है। अब 3 मई को अक्षय तृतीया के दिन भी ऐसा ही कुछ होने की संभावना है। हालांकि इसके लिए अभी से संबंधित विभाग अलर्ट हो गया है। लेकिन पिछले दिनों में रुकवाए गए अधिकांश बाल-विवाह में एक कॉमन बात ये सामने आई कि कम उम्र में नाबालिगों की शादी किसी गरीबी या अनपढ़ता के कारण नहीं की जा रही। अपितु अभिभावकों में बेटी के भागने के बने डर के कारण ही बाल विवाह को बढ़ावा मिल रहा है। पिछले दिनों में महिला संरक्षण एवं बाल-विवाह निषेध टीम ने जितने भी बाल विवाह रुकवाए उस दौरान जब अभिभावकों को नाबालिगों की शादी न करने के लिए समझाने का प्रयास किया तो टीम से अभिभावक सवाल करने लग गए। इस दौरान अभिभावकों का एक ही सवाल होता है कि बेटी 18 साल होने तक घर से भागेगी नहीं क्या गारंटी है। भाग गई तो फिर कहां मुंह दिखाएंगे। टीम उन्हें कोई लिखित गारंटी दे कि उनकी बेटी 18 साल की होने तक घर से नहीं भागेगी। इस पर टीम के पास गारंटी देने के लिए कुछ नहीं होता लेकिन कानूनी हवाला देकर ही अभिभावकों को बेटी की कम उम्र में शादी न करने के लिए मनाया जाता है। 3 मई को अक्षय तृतीया पर विवाह-शादियों के काफी शुभ मुहूर्त हैं। इस दौरान बाल-विवाह होने की भी संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है। इस संबंध में एसपी को पत्र लिखकर पुलिस की मदद मांगी है। ताकि कहीं से सूचना मिलती है तो समय पर कार्रवाई की जा सके। इस दौरान यदि कहीं बाल-विवाह हुआ मिलेगा तो माता-पिता के साथ-साथ फेरे करवाने वाले पंडित पर भी कार्रवाई की जाएगी। पिछले दिनों में जितने भी बाल-विवाह रुकवाए हैं। उनमें अधिकांश एक बात सामने आई है कि माता-पिता बेटी कहीं घर से भाग न जाए। इसी कारण वे 18 साल की होने से पहले ही शादी करना चाहते हैं।