इस बार चयन प्रक्रिया में दो स्वदेशी व एक विदेशी कोच को शामिल किया गया है। क्योंकि इटली में हुए क्वालिफाइंग मुकाबलों में सभी मुक्केबाजों की हार पर चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए थे।
इससे पहले ओलंपिक कोटा प्राप्त करने के लिए भारतीय मुक्केबाजों को दो अवसर मिल चुके हैं। इनमें चीन में हुए एशियन गेम्स और इटली में आयोजित करवाए गए ओलंपिक क्वालिफाइंग मुकाबले शामिल हैं। अब थाइलैंड में 26 मई से दो जून तक आयोजित होने वाले क्वालिफाइंग मुकाबले भारतीय मुक्केबाजों के लिए ओलंपिक कोटा प्राप्त करने का अंतिम अवसर है। इसके लिए मुक्केबाज पूरी मेहनत से तैयारियों में जुटे हुए है।
अभी तक हुए पेरिस ओलंपिक कोटा प्राप्त करने भारतीय मुक्केबाजों को दो अवसर मिल चुके है। इनमें दो हरियाणवी महिला मुक्केबाजों समेत चार महिला मुक्केबाज पेरिस ओलंपिक कोटा प्राप्त कर चुकी हैं। इनमें हरियाणा के भिवानी से प्रीति पंवार 54 किलो भार वर्ग, रोहतक से प्रवीन हुड्डा 57 किलो भार वर्ग, असम से लवलीना 75 किलो भार वर्ग व तेलंगाना से निखिल जरीन 50 किलो भार वर्ग में शामिल है।


















































