कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना में भर्ती की अल्पकालिक ‘अग्निपथ’ योजना को सेना और देश की रक्षा का सपना देखने वाले युवाओं का अपमान करार देते हुए मंगलवार को कहा कि केंद्र में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) की सरकार बनने के साथ ही इस योजना को तत्काल निरस्त कर पुरानी भर्ती प्रक्रिया बहाल की जाएगी। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी इस योजना को खत्म करने का वादा किया है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “अग्निपथ योजना भारतीय सेना और देश की रक्षा करने का सपना देखने वाले बहादुर युवाओं का अपमान है।” उन्होंने दावा किया कि यह भारतीय सेना की नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यालय में बनी योजना है जिसे सेना पर थोप दिया गया है। कांग्रेस नेता ने कहा, “शहीदों के साथ दो तरह का व्यवहार नहीं किया जा सकता, हर व्यक्ति जो देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देता है उसे शहीद का दर्जा मिलना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा, “विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की सरकार बनते ही हम इस योजना को तुरंत रद्द कर पुरानी स्थायी भर्ती प्रक्रिया फिर से लागू करेंगे।”केंद्र द्वारा 14 जून, 2022 को घोषित अग्निपथ योजना साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती करने के लिए लायी गई है। चार वर्ष के बाद इनमें से 25 प्रतिशत को अगले 15 साल के लिए सेना में बरकरार रखने का प्रावधान है।