लोगों का मानना है कि खाने के साथ पानी पीने से डायजेशन खराब होता है। खाना ढंग से पच नहीं पाता और कई मामलों में मोटापा भी बढ़ सकता है। सद्गुरु भी कहते हैं कि भोजन खाने के साथ पानी नहीं पीना चाहिए। लेकिन गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर कहते हैं कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
खाना और पानी शरीर की दो महत्वपूर्ण जरूरते हैं। इनके बिना जिंदा रहना नामुमकिन सा है। एक दिन भी पानी या खाना छोड़ दें तो शरीर को हिलने में आफत आ जाती है। लेकिन कई लोगों का मानना है कि खाने के साथ पानी नहीं पीना चाहिए। इससे पाचन धीमा हो जाता है और पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
पेट की समस्याओं में एसिडिटी, गैस, अपच, अफारा, सीने में जलन, पेट दर्द, कब्ज आदि मानी जाती है। सद्गुरु जग्गी वासुदेव भी कुछ-कुछ ऐसा ही मानते हैं। मगर गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट एंड हॉलिस्टिक हेल्थ एड्वोकेट Dr. Palaniappan Manickam (Dr. Pal) का मानना अलग है। दोनों ही एक्सपर्ट्स के अपने-अपने लॉजिक हैं, आइए जानते हैं।
डायजेशन होता है खराब- सद्गुरु
सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने कहा कि अगर आप भोजन के साथ कोई लिक्विड लेते हैं तो पेट का एसिड डाइल्यूट हो सकता है यानी एसिड का असर कम हो जाएगा। यह एसिड डायजेशन के लिए बहुत जरूरी होता है। डाइल्यूट होने से पाचन की पूरी प्रक्रिया बेअसर हो सकती है। आपको खाने के बाद थोड़ी देर रुककर पानी पीना चाहिए।
डॉक्टर की राय सद्गुरु से अलग
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर ने कहा कि जो बात सद्गुरु बता रहे हैं, उसे सपोर्ट करने के लिए कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है। उन्होंने शरीर की साइंस समझाते हुए अपनी राय समझाई।