मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने की मुलाकात

Parmod Kumar

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भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कृषि क्षेत्र में हरियाणा के साथ अपने मौजूदा निवेश समझौतों के अलावा अनुसंधान, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, एयरोनॉटिक्स क्षेत्रों में ओर मजबूती व सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की. बैठक के दौरान नाओर गिलोन ने राज्य में विभिन्न स्थानों पर कृषि संबंधित चार उत्कृष्टता केंद्रों (centre for excellence) के सफलतापूर्वक संचालन के लिए हरियाणा की सराहना की. उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इजराइल भारत के विभिन्न राज्यों में ऐसी कई परियोजनाएं स्थापित करेगा और इसमें अधिकतर परियोजनाएं हरियाणा में होंगी.

नाओर गिलोन ने कहा कि भारत में इजराइल (Israel) द्वारा किए गए कुल निवेश में से लगभग 50 प्रतिशत हरियाणा में निवेश किया गया है. अब इजराइल का लक्ष्य हरियाणा में कृषि के अलावा अन्य क्षेत्रों में निवेश की अधिक संभावनाएं तलाशना है. उन्होंने कहा कि अब हम हरियाणा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के बाद विलेज ऑफ एक्सीलेंस की अवधारणा की ओर बढ़ रहे हैं.

इस क्षेत्र में भी निवेश करेगा इजराइल

इजराइल के राजदूत ने मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा और इजराइल के मध्य विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों की पहचान करने पर व्यापक चर्चा की. उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसिन के क्षेत्र में इजरायल बहुत मजबूत है, इसलिए हरियाणा सरकार के साथ इस क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर विचार किया जा सकता है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की काफी भूमि खारे पानी वाली है, इसलिए प्रदेश में मत्स्य व्यवसाय को बढ़ावा देने की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं.

सूक्ष्म सिंचाई में सहयोग की जरूरत

सीएम ने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई (Micro Irrigation) भी निवेश का एक अन्य क्षेत्र हो सकता है. हरियाणा ने जल प्रबंधन को भी एक गंभीर विषय के रूप में लेते सामुदायिक स्तर पर सूक्ष्म सिंचाई, वॉटर फार्म तालाब, गांव के तालाबों और नहर से संबंधित प्रोजेक्ट को विकसित करके एक अलग कार्यक्रम शुरू किया है. इसलिए इजराइल इस क्षेत्र में भी तकनीकी सहयोग दे सकता है.

मत्स्य उत्कृष्टता केंद्र बनाना चाहता है हरियाणा

इससे पूर्व राज्य के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा एक लैंडलॉक्ड राज्य है, लेकिन अंतर्देशीय मछली पालन विकसित किया है. 2000 से अधिक मत्स्य तालाबों की स्थापना की है और हरियाणा को झींगा के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक बनाने की उम्मीद है. इसलिए राज्य में इजरायल के सहयोग से एक मत्स्य उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की संभावनाएं तलाशी जानी चाहिए.

कृषि मंत्री ने कहा कि इजराइल ने शुष्क भूमि बागवानी के लिए बेहतर तकनीक विकसित की है. इसलिए, हम उम्मीद करते हैं कि इजराइल गिग्नो, भिवानी में सबसे अच्छा शुष्क भूमि बागवानी केंद्र विकसित करेगा. उम्मीद करते हैं कि इजराइल अधिक से अधिक अधिकारियों को नव तकनीकों से प्रशिक्षित करेगा. बागवानी विश्वविद्यालय इजरायल के साथ बीज उत्पादन कार्यक्रम की भी संभावनाओं की पहचान करेगा.