आने वाले दिनों में मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में जबरदस्त ठंड होगी. अभी शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति के दिनों में बढ़ोतरी होने वाली है और कड़ाके की ठंड अपना चरम जलवा आमजन को दिखाने को आतुर है. आज सुबह कोहरे और धुंध की सफेद चादर पूरे सूबे को अपने आगोश में लिया. हरियाणा में बारिश होने से वातावरण में नमी की मात्रा 100 प्रतिशत होने पर कोहरे की मात्रा में भरपूर बढ़ोतरी दर्ज होगी.
हरियाणा में इस बार जनवरी की बारिश ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड दिए हैं. इस वर्ष ला- नीना सशक्त मौसमी प्रणाली के प्रभाव से लगातार पिछले साल जुलाई से सितंबर तक मानसून प्रणाली से और अक्टूबर से जनवरी तक वैस्टर्न डिस्टरबेंस से लगातार प्रत्येक महीने बारिश देखने को मिल रही है और ये गतिविधियां फरवरी के महीने में भी देखने को मिलेगी. इसके अलावा शीत ऋतु के दिनों के साथ, तापमान में गिरावट और ठंड में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.
जैसे ही बारिश की गतिविधियां खत्म होती हैं उसके बाद कोहरा, धुंध, पाला, कोल्ड-डे, और शीतलहर की स्थिति बनने लगती है. वर्तमान मौसम प्रणाली का प्रभाव हरियाणा से 24 जनवरी की शाम तक बिल्कुल हटने की पूरी संभावनाएं हैं. 25 जनवरी से आसमान साफ हो जाएगा और पवनों की दिशा एक बार फिर उत्तरी पश्चिमी बर्फीली ठंडी होने की प्रबल संभावनाएं बन रही है.
रविवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे और सूर्य और बादलों में लुकाछिपी का खेल रहा था. दोपहर बाद सूर्य देव के दर्शन हुए परंतू घूप में तेजी न होने और ठंडी बर्फीली हवाओं ने आमजन को ठंड से राहत नहीं मिल पा रही थी. सोमवार सुबह वातावरण में नमी की मात्रा भरपूर होने की वजह से जबरदस्त कोहरे और धुंध की सफेद चादर देखने को मिलेगी.