हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली हलका में पिछले साल हुई भाजपा की जिए जवान जिए किसान रैली में 40 से अधिक गांवों के किसान बुलाये गए थे, रैली में मुख्यमंत्री मनोहरलाल भी गद्गद नजर आये लेकिन किसानों को नाराजगी हाथ लगी क्योंकि उनका ड्रीम प्रोजेक्ट रैली में धवस्त हो गया, मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए सिंचाई पानी देने की बात तो कही थी लेकिन माइनर निकलवाने की घोषणा नहीं की, माइनर की बात कहकर ही आदित्य चौटाला ने किसानों को एकत्रित किया था, आज सड़कनामा की टीम ने करीब एक साल बीतने के बाद उसी मुद्दे पर ग्राउंड रिपोर्ट की है, क्या आदित्य चौटाला का ड्रीम प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ा? इस माइनर के निकलने से डबवाली और रानियां हलके के 40 से अधिक गांवों को सिंचाई पानी मिलना था, इसके सर्वे के लिए हरियाणा सरकार ने पांच चीफ इंजीनियरों को भेजा था, उसके बाद भाखड़ा में ब्रांच को रीमॉडलिंग के लिए भी प्रोजेक्ट तैयार करवाया था, कभी भाखड़ा में ब्रांच का पानी राजस्थान कैनाल में डाले जाने के मुद्दे को किया था हाईलाइट लेकिन अब ये मुद्दा गौण हो गया और इस बीच विधानसभा चुनाव भी आ गए हैं, ऐसे में अब देखना ये होगा कि चुनाव में माइनर मुद्दा होगा या नहीं? देखिये ये रिपोर्ट प्रमोद कुमार के साथ वीडियो जर्नलिस्ट सुरेंदर दत्त।
जिए जवान जिए किसान रैली में बुलायी थी भीड़, आदित्य का ड्रीम प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ा?
Parmod Kumar