तो केस की पड़ताल करने और सजा देने का काम किसका है? कोर्ट पुलिस का? या गुंडे-हत्यारों का?
भिवानी में बोलेरो गाड़ी में दो नर कंकाल मिलने के बाद सनसनी फैली हुई है. बताया जा रहा है कि इन्हें मारपीट के बाद जिंदा जला दिया गया (Bhiwani Bolero Case Updates). मृतकों के नाम जुनैद और नासिर हैं. दोनों राजस्थान के भरतपुर के पहाड़ी थाना क्षेत्र के रहने वाले थे. पुलिस ने बताया है कि बोलेरो में जलाए गए जुनैद के खिलाफ गौ तस्करी के 5 केस दर्ज थे.
वारदात को अंजाम देने का आरोप बजरंग दल के पांच लोगों पर लगा है. पुलिस ने निमूलथान, श्रीकांत निमरोडा, लोकेश, रिंकू सैनी, मोनू मानेसर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. सभी संदिग्ध हरियाणा के रहने वाले हैं.
सड़कनामा रिपोर्ट के दवारा भरतपुर जिले में गोपालगढ़ थाना इलाके के गांव घाटमीका निवासी खालिद ने गोपालगढ़ थाने में 15 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई थी. आरोप लगाया कि उनके चचेरे भाई जुनैद और नासिर को हरियाणा के रहने वाले अनिल, श्रीकांत, रिंकू सैनी, लोकेश सिंगला और मोनू ने अगवा कर लिया है. ये पांचों लोग बजरंग दल से जुड़े हैं.
खालिद की शिकायत के मुताबिक, पीरुका गांव के 5 लोगों ने जुनैद और नासिर का अपहरण कर लिया था. एक अजनबी ने मुझे बताया कि दोनों को 8 से 10 अज्ञात आरोपियों ने बुरी तरह मारा है और वो जंगल में गंभीर रूप से घायल पड़े हैं. मैंने तुरंत जुनैद और निसार के मोबाइल पर फोन किया, तो दोनों के मोबाइल बंद मिले. मैंने उसके परिजनों को घटना के बारे में बताया. हम जंगल पहुंचे तो वहां पर कुछ आदमी मिले और मौके पर टूटे हुए शीशे मिले. पता चला कि मार-पीट करने वाले लोग जुनैद और निसार को उनकी ही बोलेरो गाड़ी में ले गए. बाद में उन्हें जिंदा जला दिया. दो लड़कों के अपहरण की FIR उनके परिजनों ने दर्ज कराई थी. रातभर उनकी तलाश की गई लेकिन पता नहीं चला. सुबह उनकी गाड़ी भिवानी जिले में जली हुई हालत में मिली. उसमें दो जले हुए शव मिले. ये वही लोग हैं जिनका अपहरण हुआ था और जिन्हें जलाया गया है. जुनैद और नासिर. जुनैद के खिलाफ गौ तस्करी के 5 मामले दर्ज हैं और नासिर का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है.”
इस मामले में AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने ट्वीट किया, दो दिन पहले जुनैद और नासिर को अगवा कर लिया गया था. आज उनकी जली हुई लाशें मिलीं हैं. पुलिस ने वक्त पर कार्रवाई नहीं की और अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया. मुजरिम जाने-माने गौ रक्षक हैं.”