पराली न जलाने में कैथल ने प्रदेश में पाया प्रथम स्थान

Parmod Kumar

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इस वर्ष कैथल जिले ने पराली न जलाने की घटनाओं में 60 प्रतिशत की कमी लाकर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करके एक बहुत बड़ा संकेत दिया है, इसके लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ क्षेत्र के किसान भी बधाई के पात्र हैं। यह बात मुख्य अतिथि लघु सचिवालय में मंगलवार को जिला प्रशासन और डिलोइट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन सेवानिवृत आईएएस अधिकारी पी राघवेंद्र राव ने कही, और साथ में यह भी कहा की पराली प्रबंधन में यह बड़ी उपलब्धि है।
इस मौके पर पराली प्रबंधन के मामले में सहयोग व अच्छा कार्य करने वाली विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया।

आमदनी का बेहतर जरिया है पराली प्रबंधन

हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन सेवानिवृत आईएएस अधिकारी पी राघवेंद्र राव ने कहा कि पराली प्रबंधन किसानों की आमदनी का बेहतर जरिया है, और वातावरण व स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। उन्होंने कहा कि पराली न जलाने के जीरो बर्निंग लक्ष्य को सभी के सांझे प्रयासों से प्राप्त किया जा सकता है।

चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने कहा कि पराली प्रबंधन की दिशा में जिला ने अच्छा कार्य किया है, और इस कार्य की सराहना सर्वोच्च न्यायालय के साथ-साथ केंद्र सरकार ने भी की है।उनका कहना है कि वर्ष 2021 से लगातार प्रदेश में पराली प्रबंधन की दिशा में अच्छा कार्य किया जा रहा है।

डीसी प्रशांत पंवार ने कहा कि जिला में पराली प्रबंधन व किसानों को जागरूक करने के लिए नित विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। पूरे जिला को आठ क्लस्टरों में विभाजित करके उच्चाधिकारियों के साथ-साथ टीमें गठित की गई है, जो निरंतर क्षेत्र में जाकर पराली प्रबंधन की दिशा में कार्य कर रही है, और किसानों को जागरूक भी कर रही है।