कसौली रेप केस में नया मोड, बड़ौली पर आरोप लगाने वाली महिला की सहेली ने खोल दी उसकी पोल, बताया उस रात क्या हुआ

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कसौली रेप केस में नया मोड, बड़ौली पर आरोप लगाने वाली महिला की सहेली ने खोल दी उसकी पोल, बताया उस रात क्या हुआ

 

हिमाचल गैंगरेप केस: गवाह महिला ने किया खुलासा, सहेली पर लगाए गंभीर आरोप

पंचकूला में मीडिया के सामने आई गवाह महिला
हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष और एक यूट्यूब सिंगर के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के कसौली में दर्ज गैंगरेप केस ने नया मोड़ ले लिया है। बुधवार को इस केस की एक गवाह महिला पंचकूला में मीडिया के सामने आई और उसने अपनी सहेली को कटघरे में खड़ा कर दिया। गवाह महिला ने कहा कि वह दिल्ली की रहने वाली है और अपनी सहेली और बॉस के साथ कसौली घूमने गई थी।

होटल में हुई यूट्यूब सिंगर से मुलाकात
गवाह महिला ने बताया कि कसौली के होटल में यूट्यूब सिंगर रॉकी मित्तल से उनकी मुलाकात हुई। वह पहले से उनके गानों को जानती थी लेकिन बीजेपी नेता मोहन बड़ौली को नहीं जानती। महिला ने दावा किया कि उसे झूठा गवाह बनाया गया है और उसके सामने कुछ भी नहीं हुआ। उसने सवाल उठाया कि इतने बड़े होटल में गैंगरेप हो और कोई आवाज न सुने, यह कैसे संभव है।

सहेली ने बताया सब झूठ
पीड़िता की सहेली ने कहा कि वह अपनी सहेली (शिकायतकर्ता) और बॉस के साथ घूमने गई थी। होटल में रॉकी मित्तल से थोड़ी बातचीत हुई, लेकिन इसके बाद उनका कोई संपर्क नहीं हुआ। महिला ने कहा कि शिकायत में उसका नाम गलत तरीके से गवाह के रूप में दिया गया है।

आरोपों पर किया बचाव
गवाह महिला ने दावा किया कि उसकी सहेली के पास कोई व्यक्तिगत इश्यू हो सकता है। उसने कहा कि सहेली ने पैसे और उसके बॉस को चेयरमैनशिप या टिकट दिलाने की लालच में यह कदम उठाया। उसने यह भी कहा कि पुलिस के बार-बार बुलाने के बावजूद वह कसौली नहीं गई क्योंकि उसका इस मामले से कोई संबंध नहीं है।

अनिल विज का बयान
हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली पर लगे आरोपों पर पार्टी हाईकमान गंभीरता से विचार करेगा। वहीं, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर बीजेपी को घेरा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि ऐसे गंभीर आरोपों के बावजूद आरोपी को अब तक पद से क्यों नहीं हटाया गया।

कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पर जवाब देने की मांग की है।

निष्कर्ष
यह मामला न केवल राजनीतिक गलियारों में बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है। पीड़िता के दावों और गवाह के बयानों के बीच सच्चाई क्या है, यह जांच के बाद ही साफ हो सकेगा।