किडनैपिंग का एक ऐसा मामला, जिसमें किडनैपर ने एक शख्स का अपहरण किया और उसे प्लेन से कोलकाता लेकर गया। इसके बाद ट्रेन से मालदा और फिर कार के जरिए झारखंड। आखिर में किडनैपर नाव के जरिए इस शख्स को गंगा नदी के एक द्वीप पर लेकर गया और उसके परिवार से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। आप भले ही इन बातों को सुनकर हैरान हो रहे होंगे, लेकिन अपहरण का ये ऐसा केस था, जिसमें पुलिसवाले भी अपराधियों को पकड़ने के लिए कई दलदलों को पार करते हुए मौके पर पहुंचे थे।तारीख थी 18 अक्टूबर 2024, जब महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवड इलाके में रहने वाले एक शख्स का अपहरण हो गया। इस शख्स के पास लगभग 40 छोटे फ्लैट थे, जिन्हें वो ज्यादातर प्रवासी मजदूरों को किराए पर देकर कमाई करता था। उस दिन उसके बेटे के पास एक फोन आया और बताया गया कि उसके पिता को किडनैप कर लिया गया है। शख्स को छोड़ने के बदले में एक करोड़ रुपये की फिरौती की मांग रखी गई।किडनैपर ने धमकी भी दी कि अगर अपने पिता को जिंदा वापस पाना चाहते हो, तो पुलिस को खबर मत करना। हालांकि, पिता के अपहरण की बात सुनते ही बेटा घबरा गया और तुरंत थाने पहुंचकर पुलिस के पास अपनी शिकायत दर्ज कराई। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने शिकायत दर्ज की और एंटी-एक्सटॉर्शन सेल सहित इंडस्ट्रियल शिकायत प्रकोष्ठ की एक जॉइंट टीम बनाकर अपराधियों की तलाश शुरू कर दी।
17 अक्टूबर को करीम ने मकान मालिक को बहाने से अपने साथ चलने के लिए राजी किया और उसे प्लेन से कोलकाता ले आया। इसके बाद गंगा नदी के दर्शन कराने के नाम पर करीम ट्रेन के जरिए मकान मालिक को लेकर मालदा पहुंच गया। यहां उसके कुछ और साथी मिल गए और करीम ने मकान मालिक को बताया कि उन लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है।
यहां से ये लोग मकान मालिक को अपनी कार में बिठाकर झारखंड पहुंचे और इसके बाद नाव के जरिए राजमहल इलाके में स्थित गंगा नदी के एक द्वीप पर आ गए। इस जगह को करीम ने इसलिए चुना, क्योंकि उसकी बीवी इसी इलाके की रहने वाली थी। द्वीप पर करीम के कुछ और साथी भी मिल गए और इसके बाद मकान मालिक के बेटे को फोन कर इन लोगों ने एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी।
दलदलों को पार करते हुए पुलिस ने मारा छापा
इधर, कड़ियों को जोड़ते और सुराग तलाशते हुए पुलिस को उस जगह के बारे में पता चल गया, जहां किडनैपर्स ने मकान मालिक को छिपाया था। पिंपरी चिंचवड पुलिस ने तुरंत राजमहल पुलिस के यूनिट कमांडर से संपर्क किया और एक ऑपरेशन प्लान किया गया। दूसरी तरफ, करीम लगातार पीड़ित के बेटे को फोन कर रुपयों की मां कर रहा था।
पुलिस का ऑपरेशन कामयाब रहा और मकान मालिक को सुरक्षित छुड़ा लिया गया। मौके से दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। हालांकि, मुख्य आरोपी करीम और उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए।बाद में पुलिस को तफ्तीश में पता चला कि रेजाउल करीम 2013 से मालदा जिले में हत्या के एक मामले में आरोपी है। उसका मुकदमा फिलहाल लंबित है और वह जमानत पर बाहर था। पुलिस ने माना कि करीम ने सोची-समझी प्लानिंग के तहत अपने मकान मालिक से पहले जान-पहचान बढ़ाई और फिर रुपयों के लिए उसका अपहरण कर लिया। फिलहाल पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।