कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने कई राज्यों को स्कूल खोलने से रोक दिया है। 21 सितंबर से गिने-चुने राज्यों में ही कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खुल रहे हैं। शुरू में केवल 50% टीचर्स और स्टाफ के साथ स्कूल खुलेंगे। बच्चे स्कूल में तभी दाखिल हो सकेंगे जब उनके पास पैरेंट्स की रिटेन परमिशन होगी। कोरोना से बचने के लिए सारे उपाय होंगे। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य हैं, एंट्री पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी। खुले में क्लासेज नहीं लगनी हैं, साथ ही सीटिंग अरेंजमेंट ऐसा होगा जिससे स्टूडेंट्स के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी रह सके। आइए आपको बताते हैं कि कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खोलने को लेकर राज्यों की फाइनल राय क्या बनी है।
दिल्ली: सरकार ने साफ किया है कि स्कूल नहीं खोले जाएंगे।
गुजरात: राज्य सरकार ने दिवाली तक स्कूल बंद रखने का फैसला किया है।
मध्य प्रदेश: आंशिक रूप से स्कूल खुलेंगे। क्लासेज नहीं लगेंगी।
पश्चिम बंगााल: बढ़ते कोरोना केसेज की वजह से स्कूल अभी बंद रखे गए हैं।
छत्तीसगढ़: रायपुर समेत 6 शहरों में लॉकडाउन है। बाकी जगह स्कूल खुलने की संभावना कम ही है।
राजस्थान: स्कूल खुल रहे हैं लेकिन कई प्राइवेट स्कूल बंद ही रहेंगे।
केरल: अक्टूबर तक स्कूल बंद रखने की योजना है।
कर्नाटक: सरकार ने कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल और प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज खोलने पर रोक लगा दी है। हालांकि अपने डाउट्स के लिए स्टूडेंट्स स्कूल जा सकते हैं, मगर क्लासेज नहीं चलेंगी।
हरियाणा: 21 सितंबर से स्कूल खुल रहे हैं। केंद्र की सभी गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा।
असम: सोमवार से स्कूल खुल रहे हैं। डीटेल्स एसओपी जारी किए गए हैं। यहां कक्षा 9 और 10 के लिए अलग दिन स्कूल खुलेंगे और कक्षा 11 और 12 के लिए अलग दिन।
जम्मू और कश्मीर: गाइडलाइंस जारी कर दी गई हैं। सोमवार से स्कूल खुलेंगे।
हिमाचल प्रदेश: सोमवार से स्कूल खुल रहे हैं।
चंडीगढ़: आंशिक तौर पर स्कूल खुलेंगे। एक क्लास में केवल 15 स्टूडेंट्स बैठेंगे।
नगालैंड: क्लासेज चलनी शुरू हो जाएंगी।
मेघालय: सोमवार से स्कूल खुल रहे हैं।
आंध्र प्रदेश: कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खुलेंगे।
फिलहाल सिर्फ उन्हीं स्कूलों को खुलने की इजाजत है जो कंटेनमेंट जोन में नहीं हैं। इस जोन से बाहर स्थित स्कूलों में भी उन शिक्षकों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा जो कंटेनमेंट जोन में रहते हैं। वहीं, स्कूल जाने वाले स्टूडेंट्स, टीचर्स व स्टाफ को भी कंटेनमेंट जोन वाले क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं होगी
- एक दूसरे से 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी।
- फेस कवर या मास्क पहनना अनिवार्य है।
- हाथ भले ही आपको गंदे न दिखें, फिर भी समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना (कम से कम 40-60 सेकंड) जरूरी है। समय-समय पर अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल (कम से कम 20 सेकंड) जरूरी है।
- छींकते, खांसते समय मुंह व नाक को टिशु, रुमाल या कोहनी से ढकना अनिवार्य है।
- अपने स्वास्थ्य को मॉनिटर करते रहेंगे। किसी भी तरह बीमार महसूस करने पर तुरंत संबंधित अधिकारी को सूचित करना होगा।
- कैंपस में कहीं भी थूकना पूरी तरह वर्जित होगा।
- जहां संभव हो आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करना होगा।