सोमवार को सोने की वायदा कीमतों (price of gold) में तेजी देखी जा रही है। MCX पर अगस्त डिलीवरी वाला सोना सुबह 172 रुपये की तेजी के साथ खुला। दोपहर 12 बजे यह 167 रुपये यानी करीब 0.36 फीसदी की तेजी के साथ 47,895 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर ट्रेड कर रहा था। सुबह के सत्र में इसने 46,967 रुपये का उच्चतम और 46,633 रुपये का न्यूनतम स्तर छू लिया। दूसरी ओर चांदी की कीमत में भी तेजी देखी जा रही है। जुलाई डिलीवरी वाली चांदी 12 बजे 162 रुपये की तेजी के साथ 67,760 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड कर रही थी। सोने की कीमत (Gold price) में पिछले हफ्ते भारी गिरावट आई। एमसीएक्स (MCX) पर सोने के भाव में प्रति 10 ग्राम 2,000 रुपये से भी ज्यादा गिरावट आई। पिछले साल अगस्त में सोने की कीमत 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई थी। शुक्रवार को एमसीएक्स पर सोना 46,800 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस तरह सोना अपनी रेकॉर्ड कीमत से 9,000 रुपये से भी अधिक सस्ता हो चुका है। दिल्ली सर्राफा बाजार में भी इसमे पूरे हफ्ते 882 रुपये की गिरावट आई। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 464 रुपये गिरा। उसके बाद मंगलवार को सोने में 303 रुपये की तेजी आई। बुधवार को सोना 48 रुपये और गुरुवार को 861 रुपये टूटा। सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को इसमें 188 रुपये की बढ़त दर्ज की गई और यह 46,460 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इस तरह उतार चढ़ाव वाले सप्ताह के खत्म होने पर सोने में कुल 882 रुपये की गिरावट दर्ज की गई। कमोडिटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed Reserve) ने साल 2023 में दो बार ब्याज दर बढ़ाने की घोषणा की है। इसके साथ ही दुनिया की दूसरी प्रमुख करेंसीज के तुलना में अमेरिकी डॉलर में मजबूती आई है। इन कारणों से पिछले हफ्ते सोने की कीमत में गिरावट आई। अमेरिका की इकॉनमी के बारे में फेडरल रिजर्व के आशावादी रुख बॉन्ड यील्ड (bond yield) में काफी तेजी आई है। कमोडिटी एक्सपर्ट्स का साथ ही कहना है कि अगले तीन-चार दिन तक सोने में गिरावट का दौर जारी रह सकता है। सोना और गिरकर 45,500 रुपये के स्तर तक जा सकता है। लेकिन पीली धातु में गिरावट अस्थाई है और गोल्ड के निवेशकों को कीमतों में कमी का फायदा उठाना चाहिए। उनका कहना है कि सोने की कीमतें फिर वापसी करेंगी और अगले एक महीने में ये 48,500 रुपये तक जा सकती हैं। 2020 में सोने के दाम में तगड़ी तेजी की वजह कोरोना वायरस रहा, जिसकी वजह से लोग निवेश का सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे। सोने में निवेश हमेशा से ही सुरक्षित रहा है। कोरोना की वजह से शेयर बाजार में लोगों ने निवेश कम कर दिया, क्योंकि शेयर बाजार में निवेश रिस्की होता है। पिछले साल जनवरी-फरवरी में तो सोना धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मार्च में भारत में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद इसने स्पीड पकड़ ली।