कंगना रनौत एक बार फिर से खबरों में हैं। इस बार न तो सुशांत की वजह से और न ही महाराष्ट्र सरकार के साथ पंगों की वजह से चर्चा में हैं। इस बार कंगना किसानों पर दिए अपने बयान को लेकर खबरों में छाई हैं। दरअसल कंगना ने इस बार रविवार को राज्य सभा में पास हुए कृषि से जुड़े विधेयक को लेकर कुछ ट्वीट किया है और इसे लेकर ही इस वक्त चर्चा में हैं करीना।कृषि विधेयक के खिलाफ पूरे पंजाब में किसानों ने प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए भारतीय कृषि इतिहास में इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताया। मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘हमारे कृषि क्षेत्र को आधुनिकतम तकनीक की तत्काल जरूरत है, क्योंकि इससे मेहनतकश किसानों को मदद मिलेगी। अब इन बिलों के पास होने से हमारे किसानों की पहुंच भविष्य की टेक्नोलॉजी तक आसान होगी। इससे न केवल उपज बढ़ेगी, बल्कि बेहतर परिणाम सामने आएंगे। यह एक स्वागत योग्य कदम है।’ मोदी ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा है, ‘मैं पहले भी कहा चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं: MSP की व्यवस्था जारी रहेगी। सरकारी खरीद जारी रहेगी। हम यहां अपने किसानों की सेवा के लिए हैं। हम अन्नदाताओं की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करेंगे।’ पीएम मोदी के ट्वी को कोट करके हुए कंगना ने लिखा, ‘प्रधानमंत्री जी कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे ग़लतफ़हमी हो उसे समझाया जा सकता है मगर जो सोने की ऐक्टिंग करे, नासमझने की ऐक्टिंग करे उसे आपके समझाने से क्या फर्क पड़ेगा? ये वही आतंकी हैं CAA से एक भी इंसान की सिटिज़ेन्शिप नहीं गई मगर इन्होंने ख़ून की नदियां बहा दी।’ कंगना का यह ट्वीट कई लोगों को पसंद नहीं आया। यूजर्स उनसे सवाल करने लगे कि क्या उन्होंने नाराज किसानों की तुलना आतंकियों से की है? अब कंगना ने यूजर्स के इन्हीं बातों का जवाब देते हुए एक अन्य ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘जैसे श्री कृष्ण की नारायणी सेना थी, वैसे ही पप्पू की भी अपनी एक चंपू सेना है जो की सिर्फ अफ़वाहों के दम पे लड़ना जानती है, यह है मेरा अरिजिनल ट्वीट, अगर कोई यह सिद्ध करदे की मैंने किसानों को आतंकी कहा, मैं माफी मांगकर हमेशा के लिए ट्विटर छोड़ दूंगी।’