पिछले दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी ने जनजीवन को बेहाल कर दिया है। विशेषज्ञों की मानें तो इस बार गर्मी के पारे ने करीब 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। क्योंकि इस बार मार्च के अंतिम पखवाड़े में ही मई माह जैसी गर्मी शुरू हो गई थी। तभी से गर्मी का पारा लगातार चढ़ रहा है। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 45 डिग्री और न्यूनतम 28 डिग्री के आसपास रहा। ज्येष्ठ माह के आगामी दिनों में भी तपत बने रहने के आसार हैं। वहीं माना जा रहा है कि ज्येष्ठ में पूरी तपत होती है तो आगामी सीजन में बारिश भी खूब होगी। हालांकि किसान पिछले दिनों से बारिश की बाट जोह रहे हैं, क्योंकि इन दिनों धान की पौध भी लू के प्रकोप से झुलस रही है। इसके अलावा कपास व अन्य फसलों पर भी गर्मी का विपरीत असर पड़ रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विशेषज्ञ डाॅ. राजेश कुमार के अनुसार आगामी 72 घंटों में भी गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं। दिन में 15 से 22 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हीटवेव व धूल भरी हवा चल सकती है।