आज 18 अक्टूबर दिन शुक्रवार को चंद्रमा दिन रात मेष राशि में संचार करेंगे। इस गोचर के दौरान चंद्रमा आज अश्विनी उपरांत भरणी नक्षत्र से भ्रमण करेंगे। चंद्रमा के इस गोचर से आज चंद्रमा सूर्य और बुध के बीच समसप्तक योग बनेगा। जबकि आज शुक्रवार को शुक्र ग्रह का गोचर मंगल की राशि वृश्चिक में हो रहा है जहां शुक्र पर शनि की भी दृष्टि बनी हुई है। ऐसे में आज का दिन मेष, मिथुन, तुला राशि के जातकों के लिए लाभकारी रहेगा। आइए जानते हैं आज का राशिफल विस्तार पूर्वक।
मेष राशि के लिए दिन सुखद बीतेगा
मेष राशि के लिए आज सितारे कहते हैं कि आपके लिए दिन आज शुभ और लाभदायक रहने वाला है। आपको आज कारोबार व्यापार में भाग्य का साथ मिलेगा। कार्यक्षेत्र में आपको आज मन लगाकर काम पर ध्यान देना चाहिए इससे आपको आज अधिकारी वर्ग से प्रोत्साहन मिलेगा। वैवाहिक जीवन में भी आज का दिन आपका सुखद बीतेगा, आपको जीवनसाथी से पूरा सहयोग मिलेगा। परिचय का दायरा बढने से आज मित्रों की संख्या में भी आज वृद्धि होगी।
आज भाग्य 88% आपके पक्ष में रहेगा। लाल चंदन का तिला करें और लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें।
मिथुन राशि वाले प्रयास में सफलता पाएंगे
आज का दिन मिथुन राशि के लिए शुभ फलदायी होगा। आज आपको अपने प्रयास में सफलता मिलेगी। कोई सोचा हुआ काम भी आज आपका पूरा हो सकता जिससे आपको मानसिक संतुष्टि और खुशी मिलेगी। संतान पक्ष से आपको आज खुशी मिलेगी, बच्चों से संबंधित किसी समस्या का समाधान होने से आप राहत की सांस लेंगे। ससुराल पक्ष के संबंधियों से आज आर्थिक लेनदेन और विवाद से बचें नहीं तो रिश्ते में तनाव उत्पन्न हो सकता है। आपको आज किसी सामाजिक कार्य में भाग लेने का भी अवसर मिलेगा, जिससे आपकी प्रतिष्ठा बढेगी।
आज भाग्य 91% आपके पक्ष में रहेगा। तुलसी को जल दें और दीप दिखाएं।
कुंभ राशि के लिए आज शुक्रवार का दिन लाभकारी रहने वाला है। आज आप अपनी बुद्धि और चतुराई से लाभ पा सकेंगे। आपको आज अपनी व्यावसायिक योजना से लाभ मिलेगा। परिवार के सदस्यों के बीच कोई विवाद चल रहा था तो आज वह समाप्त हो जाएगा। घर भाई बहनों की शादी की बात चल रही है तो आज आज बात पक्की हो सकती है अथवा किसी अच्छे रिश्ते के आने से खुशी होगी। नौकरी में आपको आज अपने काम में सतर्क रहना होगा नहीं तो गलती की वजह से अधिकारी नाराज हो सकते हैं। आप आज पूर्व में किए निवेश से लाभ पाएंगे।
आज भाग्य 75% आपके पक्ष में रहेगा। भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें और ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करें।