नंदीग्राम में चुनाव प्रचार कर रहीं ममता के पैर में आई चोट, CM का आरोप- ‘जानबूझकर कुचलने की कोशिश की गई’

Parmod Kumar

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नंदीग्राम में पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी को पैर में लगी चोट ममता का आरोप-चार-पांच लोगों ने जानबूझकर उन पर हमला किया टीएमसी प्रमुख ने सीने में दर्द होने की शिकायत भी की, जा रही हैं कोलकाता पश्चिम बंगाल चुनाव प्रचार में जुटीं मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी के पैर में बुधवार को चोट लग गई। ममता ने आरोप लगाया है कि जानबूझ कर उनका पैर कुचलने की कोशिश की गई है। बनर्जी ने कहा कि साजिश के तहत उन पर हमला कराया गया है। जब उन पर हमला हुआ तो मौके पर पुलिस नहीं थी। उन्‍होंने सीने में दर्द की शिकायत भी की है। वहीं, बीजेपी ने सीएम के आरापों को झूठ बताया है। बीजेपी का कहना है कि बीजेपी ही नहीं, कांग्रेस के लोगों की भी हिम्मत नहीं है कि ममता की तरफ आंख उठाकर देख सकें। बीजेपी ने चुनाव आयोग से इस मामले की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की है। इस बीच, चुनाव आयोग ने इस मामले की रिपोर्ट तलब की है। ममता बनर्जी ने कहा कि उन पर 4-5 लोगों ने हमला किया। उनके मुताबिक, नंदीग्राम में जब वह अपनी गाड़ी के नजदीक थीं तो कुछ लोगों ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण उनके पैर में चोट लग गई। मीडिया से बातचीत में दर्द से कराह रही ममता ने बताया कि 4-5 लोगों ने गाड़ी एकदम बंद कर दी। बहुत चोट लग गई… वहां लोकल पुलिस से कोई नहीं था। किसी की साजिश जरूर है। यह जानबूझकर किया गया है। ममता के पैर की चोट गंभीर बताई जा रही है। मुख्‍यमंत्री को नंदीग्राम से कोलकाता को लाया जा रहा है। उन्‍हें सड़क मार्ग से ग्रीन कॉरीडोर बनाकर कोलकाता लाया जा रहा है। इससे पहले स्थानीय डॉक्टरों ने ममता के पैर में लगे चोट की जांच की। उनके पैरों में सूजन है। दूसरी तरफ, बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी और कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी के आरोपों को झूठा करार दिया है। एक न्‍यूज चैनल से बातचीत में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- ‘मैं 6 साल से बंगाल में राजनीति कर रहा हूं। जिस प्रकार से वह पुलिस से घिरी होती हैं, उनके कार्यकर्ताओं के ऊपर भी कोई हमला नहीं करता है, ऐसा वहां माहौल है। पुलिस और अपराधियों का वहां नेक्सस काम करता है। हालांकि अगर ऐसा हुआ है तो मैं चुनाव आयोग से अनुरोध करूंगा कि सीबीआई जांच होनी चाहिए। यदि हमला हुआ है तो कड़ी सजा मिले। पर मैं दावा करता हूं कि यह सहानुभूति बटोरने के लिए नौटंकी है। उन्हें पता है कि जमीन खिसक गई है, कल चंडी पाठ कर रही थीं, आज नाटक कर रही हैं।’