पंजाब कांग्रेस के घमासान के बीच मनीष तिवारी का नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना

Parmod Kumar

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पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। राज्य में सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के गुट के नेताओं के बीच चल रही जोर आजमाइश के बीच एक और नेता कूद पड़े हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने विवाद के बीच सिद्धू पर निशाना साधते हुए अकबर इलाहाबादी का एक शेर लिखा है। सिद्धू के ‘ईंट से ईंट बजा देने वाले बयान’ का वीडियो पोस्ट करते हुए तिवारी ने उनपर तंज कसा है। मनीष तिवारी का ट्वीट ऐसे वक्त में आया है, जब पंजाब के मुद्दे पर प्रभारी हरीश रावत राहुल गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं।

मनीष तिवारी ने अपने ट्वीट में सिद्धू के भाषण का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती’। मनीष तिवारी का पंजाब के सियासी संकट में बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि लंबे वक्त से वह यहां की महत्वपूर्ण आनंदपुर साहिब सीट से सांसद हैं। तिवारी का बयान ऐसे वक्त में आया है, जबकि दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत मुलाकात करने पहुंचे हैं।

सिद्धू के भाषण का वीडियो पोस्ट किया
तिवारी ने जिस बयान का वीडियो पोस्ट किया है उसमें सिद्धू ने आलाकमान से हुई अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए कई बातें कही थीं। सिद्धू ने भाषण में कहा था,’मैंने (पार्टी) आलाकमान से सिर्फ एक ही बात कही है। अगर मैं लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करता हूं और पंजाब मॉडल को लागू करता हूं, तो मैं अगले 20 वर्षों तक कांग्रेस को राजनीति में हारने नहीं दूंगा। लेकिन अगर आप मुझे निर्णय लेने नहीं देते हैं, तो ‘मैं ईंट से ईंट बजा दूंगा’…. क्योंकि दर्शनी घोड़ा होने का कोई फायदा नहीं है।’

रावत बोले-देखेंगे बयान का संदर्भ
सिद्धू की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए हरीश रावत ने मीडियाकर्मियों से कहा कि कांग्रेस की परंपराओं और पार्टी के संविधान की सीमा के भीतर, सिद्धू को पहले से ही निर्णय लेने की स्वतंत्रता है। ‘मैं मीडिया की अटकलों के आधार पर उनसे सवाल नहीं कर सकता… मैं बयान का संदर्भ देखूंगा। बात कहने का उनका अपना अंदाज होता है। वह पार्टी प्रमुख हैं, उनके अलावा कौन निर्णय ले सकता है?’

सोनिया गांधी तक पहुंचीं स्थितियां
शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले रावत ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने उन्हें ताजा स्थिति से अवगत करा दिया है। मैंने उससे कहा है कि सभी पक्ष उसके निर्देशों का पालन करेंगे। कुछ समस्याएं आई हैं, लेकिन हम उनका समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं। चीजें नियंत्रण में हैं… दो-तीन समूह हैं और हम उम्मीद करते हैं कि वे एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करेंगे और एक साथ काम करेंगे। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री, पीपीसीसी प्रमुख या मंत्री एक-दूसरे का सम्मान करेंगे और मिलकर काम करेंगे।