पर्ची खर्ची के मुद्दे पर पिछले कुछ सालों से प्रदेश में खूब चर्चा हो रही है। जब भी सरकारी नौकरियों की परीक्षा के परिणाम घोषित होते हैं तो लोगों को यह कहते सुना जाता है कि अब खत्म हो चुका पर्ची खर्ची का जमाना। हाल ही में पिछले दिनों सरकारी नौकरियों का परिणाम घोषित होने के बाद तो यह मुद्दा और ज्यादा चर्चा में आ गया। वर्तमान सरकार का दावा है कि पूर्व की सरकारों में बिना पर्ची खर्ची के सरकारी नौकरी नहीं मिलती। वहीं विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डïा ने सरकार से कहा कि मुख्यमंत्री सबूत दें कि कांग्रेस के कार्यकाल में पर्ची खर्ची चलती थी। आईए आज इस पर्ची खर्ची के मुद्दे पर विशलेषण करते है कि सरकार सही कह रही या फिर विपक्ष।
मनोहर लाल V/S भूपेंदर हुड्डा: नौकरी में पहले चलती थी पर्ची खर्ची| अब हुआ ऐसा? HSSC| HPSC| CET| EXAM|
Parmod Kumar